Home News India ‘मोदी लहर में मुझसे अमृतसर छीना गया, इसलिए छोड़ दी राज्यसभा’
‘मोदी लहर में मुझसे अमृतसर छीना गया, इसलिए छोड़ दी राज्यसभा’
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने बीजेपी छोड़ने या फिर आम आदमी पार्टी जॉइन करने के सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया.
प्रशांत चाहल
भारत
Updated:
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बीजेपी नेता व पूर्व इंडियन क्रिकेटर नवजोत सिंह सिंद्धू (फोटो: ANI)
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राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद सोमवार को पहली बार बीजेपी नेता व पूर्व इंडियन क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने मीडिया से बात की.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने राज्यसभा से इस्तीफा देने का कारण बताया. लेकिन बीजेपी छोड़ने या फिर आम आदमी पार्टी जॉइन करने के सवाल पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
बातचीत की शुरुआत में ही सिद्धू ने कह दिया था कि वे किसी सवाल का जवाब नहीं देंगे. सिद्धू ने कहा, ‘मैं अपने राजनैतिक जीवन पर अपना पक्ष रखने आया हूं. सागर की बात को कुएं में मत ढकेलना. मेरी बात ध्यान से सुनना. आपको सारे जवाब मिलेंगे.’
करीब 15 मिनट की बातचीत में सिद्धू ने जो भी बातें रखीं, उसे नीचे पढ़ें.
राज्यसभा से इस्तीफा क्यों?
मैंने राज्यसभा से इस्तीफा इसलिए दिया, क्योंकि मुझे कहा गया था कि पंजाब की तरफ मुंह नहीं करोगे. और पंजाब से तुम दूर रहोगे. मैं कहता हूं कि धर्मों में सबसे बड़ा धर्म राष्ट्रधर्म. तो फिर कैसे छोड़ दूं मैं अपनी जड़, अपना वतन और उन लोगों को, जिन्होंने चार बार मुझे अपने सिर पर बैठाया. चुनाव जिताया.
<b>नवजोत सिंह सिद्धू</b>
(फोटो: ANI)
सिद्धू का BJP से सवाल
बीजेपी बताए कि किसके कहने पर मुझे पंजाब से दूर करने की बात कही गई. क्या पार्टी यह सोच रही थी कि मुझे राज्यसभा का लालच देकर वो पंजाब से दूर कर देंगे?
<b>नवजोत सिंह सिद्धू</b>
सिद्धू ने कहा कि पंछी भी सुबह उड़ान भरता है, तो शाम को अपने घोसले पर लौटकर आता है. यह उसका अधिकार है. इस संदर्भ में सिद्धू ने एक किस्सा भी सुनाया-
राहगीर: आग लगी इस वृक्ष को, जलने लगे हैं पात, उड़ जाओ ऐ पंक्षियों, जब पंख तुम्हारे पास
इसके जवाब में राष्ट्रभक्त पंक्षी: फल खाए इस वृक्ष के, गंदे कीने पात, अब यही हमारा धर्म है, जल मरें इसी के साथ
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‘राष्ट्रभक्त है सिद्धू’
मेरे लिए दुनिया की कोई पार्टी पंजाब से बड़ी नहीं. पंजाब के लिए मेरा कोई भी नुकसान हो, मैं उसे झेलने को तैयार हूं. इश्क है मुझे अपने वतन (पंजाब) से. फिर भी पार्टी ने मुझे पंजाब से दूर करने की कोशिश की. वो भी एक या दो बार नहीं. पूरे तीन बार ऐसा हो चुका है.
<b>नवजोत सिंह सिद्धू</b>
(फोटो: ANI)
सिद्धू ने कहा, परिवार से भी पहले पंजाब को चुनेंगे
जब आंधियां चलीं, तो सिद्धू को झेलने के लिए भेजा गया. और जब मेरे ऊपर केस हुआ, तो पार्टी ने कोई साथ नहीं दिया. वो मेरी अपनी इमेज थी, जो कोर्ट ने नैतिक आधार पर मुझे फिर भी चुनाव लड़ने की अनुमति दी. तब पूरे उत्तर भारत में मैं अकेला लोकसभा सांसद था बीजेपी का. लेकिन जब मोदी की लहर आई तो मुझसे अमृतसर सीट छीन ली गई. मुझे दबाने की कोशिश की गई. पर ये लोग नहीं जानते कि मुझे अपने परिवार और पंजाब के बीच किसी एक को चुनना होगा, तो मैं पंजाब का चुनाव करूंगा.
<b>नवजोत सिंह सिद्धू</b>
पर आगे जाएंगे कहां? इस सवाल पर...
जहां कहीं भी पंजाब का हित होगा, आप मुझे वहां खड़ा पाएंगे.
<b>नवजोत सिंह सिद्धू</b>
क्या नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब चुनाव में सीएम कैंडीडेट बनना चाहते हैं? इस सवाल के जवाब में सिद्धू ने कहा कि पंजाब की सेवा करने के लिए वो कुछ भी करने को तैयार हैं.
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