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पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को लेटर लिखने के बाद राज्य की सियासत में हलचल पैदा हो गई. लेटर में गृह मंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए गए, जिसके बाद विपक्षी दल देशमुख के इस्तीफे की मांग करने लगे. लेकिन अब NCP चीफ शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके खुद गृह मंत्री देशमुख का बचाव किया है और कहा है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि ताकि अंबानी धमकी वाले मुख्य केस की जांच को भटकाया जा सके. उन्होंने कहा है कि देशमुख के इस्तीफे का कोई सवाल नहीं है. साथ ही पवार ने कहा कि परमबीर सिंह लेटर वाले मामले में जांच पर आखिरी फैसला मुख्यमंत्री करेंगे.
पवार ने सवाल उठाया कि 'अगर परमबीर सिंह को मिड फरवरी में ही पता था कि कुछ गलत हो रहा है तो उन्होंने मार्च तक का इंतजार क्यों किया?' एनसीपी चीफ का कहना है कि मुख्य केस अंबानी के घर के पास मिले एक्सप्लोसिव्स वाला है, इस केस को भटकाने की कोशिश हो रही है. अब NIA और ATS इस मामले में जांच कर रही है.
शरद पवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस के तरुंत बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया और सवाल उठाया कि 15 फरवरी को गृह मंत्री तो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे.
फडणवीस के इस ट्वीट का जवाब देते हुए पवार ने कहा कि देशमुख के डिस्चार्ज होने के साथ ही उनके घर के बाहर मीडिया वाले खड़े थे. तो इसलिए वो सेलेब्रिटी ट्वीट मामले में मीडिया के सवालों के जवाब दे रहे थे.
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