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महीनों के विरोध के बाद, चिकित्सा उम्मीदवारों ने अब NEET 2022 (National Eligibility Entrance Test) को स्थगित करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल का सहारा लिया है. यह उम्मीदवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ एक बैठक की मांग कर रहे हैं, जिसमें दावा किया गया है कि उन्हें अन्य सभी ने नकार दिया है और वह चाहते हैं कि पीएम उनकी शिकायतों को सुनें.
छात्रों का एक बड़ा वर्ग हैशटैग चलो मोदी आवास के साथ ट्वीट कर रहा है और यह पीएम आवास की ओर एक मार्च शुरू करने का दावा कर रहे हैं. यह उम्मीदवार क्यों विरोध कर रहे हैं और क्या है उनकी मांगे आइए आपको बताते हैं.
छात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा में 40 दिनों के स्थगन की मांग कर रहे हैं. वह यह दावा कर रहे हैं कि तैयारी के लिए इतना वक्त पर्याप्त नहीं है. इसके अलावा, वे यह भी दावा करते हैं कि NEET का एग्जाम सीयूईटी सहित अन्य प्रवेश परीक्षाओं के साथ एक ही दिन पड़ रहा है.
छात्र ऑनलाइन विरोध कर रहे हैं और इन्होंने कई ऑनलाइन अभियान शुरू किए हैं. इसके साथ ही इन्होंने पिछले महीनों में कई मंत्रियों को पत्र लिखे हैं. मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र अब पीएम आवास तक मार्च करने और भूख हड़ताल पर जाने की मांग कर रहे हैं.
उम्मीदवारों के मुताबिक सीबीएसई कक्षा 12 वीं की परीक्षा 15 जून, 2022 को खत्म हुई, जिससे उन्हें NEET परीक्षा की तैयारी के लिए सिर्फ एक महीने का समय मिला. NEET की परीक्षा 17 जुलाई 2022 को आयोजित होने जा रही है.
एक तो 12 वीं की परीक्षा 15 जून, 2022 को ही खत्म हुई, दूसरा NEET 2021 काउंसलिंग प्रक्रिया भी मई 2022 तक चली. इसका मतलब यह हुआ कि जिन उम्मीदवारों ने एक साल ड्रॉप फैसला किया, उनके पास आगामी परीक्षा की तैयारी के लिए और भी कम समय था. इन्हीं वजहों से उम्मीदवार नीट यूजी 2022 की तैयारी के लिए अतिरिक्त समय की मांग करने के लिए अधिकारियों के पास पहुंचे हैं.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने NEET (नीट) (स्नातक) 2022 को स्थगित करने की मांगों पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि एनईईटी यूजी 2022 को स्थगित करने की कोई संभावना नहीं है. शिक्षा मंत्री ने उम्मीदवारों के लिए साफ किया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा निर्धारित समय पर आयोजित की जाएगी.
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