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फेसबुक में आए एक ‘बग’ की वजह से करीब 68 लाख फेसबुक यूजर्स के अकाउंट प्रभावित हुए हैं. फेसबुक का कहना है कि यह ‘बग’ 12 दिन 13 से 25 सितंबर तक रहा है, जिसे 25 सितंबर को ठीक कर दिया गया था.
फेसबुक ने उस ‘बग’ के लिये माफी मांगी है, जिससे फेसबुक यूजर्स की ऐसी तस्वीरें भी सामने आ सकती थीं, जिन्हें उन्होंने कभी शेयर नहीं किया. इस बग से थर्ड पार्टी एप्लीकेशन्स के जरिए 12 दिन के भीतर 68 लाख लोगों के अकाउंट प्रभावित हुए हैं.
फेसबुक का कहना है कि थर्ड पार्टी ऐप को यूजर्स के फोटो तक पहुंचने की अनुमति देने के दौरान यह चूक 13 सितंबर से 25 सितंबर के बीच हुई होगी. इंजीनियरिंग डायरेक्टर टॉमर बार ने डेवेलपर्स से कहा, "जब कोई व्यक्ति फेसबुक पर अपने फोटो तक पहुंच के लिये किसी ऐप को एक्सेस देता है तो हम अक्सर ऐसे एप्स को लोगों द्वारा उनकी टाइमलाइन पर शेयर किये गए फोटो तक पहुंचने की परमीशन दे देते हैं."
उन्होंने कहा, "इस केस में बग ने डेवेलपर्स को ऐसे फोटो तक पहुंचने का एक्सेस दे दिया था, जिन्हें लोगों ने मार्केट प्लेस या फेसबुक स्टोरीज पर शेयर किया था."
आयरलैंड की डेटा प्रोटेक्शन संस्था ने फेसबुक की जांच शुरू कर दी है. सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी ने स्वीकार किया है कि एक ‘‘बग'' या तकनीकी खामी के कारण उसके 68 लाख यूजर्स के अकाउंट प्रभावित हुए, जिसके बाद शुक्रवार को यह जांच शुरू की गई.
आइरिश डेटा प्रोटेक्शन कमीशन (डीपीसी) की जांच नए सख्त यूरोपीय निजता कानूनों के तहत होगी. ऐसी ही जांच अक्टूबर में भी की गई थी जब फेसबुक ने पांच करोड़ यूजर्स के अकाउंट की सुरक्षा में सेंध लगने की बात स्वीकार की थी.
कम्यूनिकेशन चीफ ग्राहम डॉयले ने कहा,
डीपीसी के पास फेसबुक की जांच करने का प्राथमिक यूरोपीय अधिकार प्राप्त है क्योंकि कैलिफोर्निया स्थित सोशल नेटवर्किंग कंपनी का इंटरनेशनल हेडक्वार्टर डबलिन में है. जीडीपीआर कानून नियामकों को निजी डेटा की सुरक्षा करने में नाकाम रही कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने की शक्ति देता है. इसका मतलब है कि दोषी पाए जाने पर फेसबुक पर 1.6 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया जा सकता है.
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