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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरा जहरीली शराब कांड मामले के आरोपी और जेडीयू से निष्कासित नेता प्रकाश कुमार सिंह उर्फ राकेश सिंह के साथ वायरल हुई तस्वीर पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि उन्हें उनके बारे में जानकारी नहीं थी.
राकेश सिंह को शराब का अवैध कारोबार और सेवन करने के आरोप में तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है. नीतीश कुमार ने बीते 29 अक्टूबर को भोजपुर जिले के बरनांव गांव निवासी पूर्व प्रधानाध्यापक हरींद्र सिंह से अपने आवास पर मुलाकात की थी. ये मुलाकात हरींद्र सिंह के बेटे की शादी के लिए लड़की वालों की तरफ से दिये गये दहेज की राशि को लौटा दिये जाने को लेकर की गई थी. उस दौरान जिले में 2012 में हुए जहरीली शराब से लोगों की मौत होने के मामले के आरोपी राकेश भी मौजूद थे.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नौ नवंबर को बिहार में तीसरे कृषि रोडमैप की शुरुआत करेंगे. ये साल 2022 तक प्रभावी होगा. इसके जरिए अगले पांच सालों में अनाज उत्पादन में 15 फीसद बढ़ोतरी का लक्ष्य रखा गया है.
योजना की लांचिंग के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति से आग्रह किया था. राष्ट्रपति भवन ने राज्य सरकार को पत्र भेजकर कार्यक्रम पर मुहर लगा दी है. कार्यक्रम पटना में ज्ञान भवन के बापू हाॅल में आयोजित होगा, जिसमें मुख्यमंत्री भी भाग लेंगे. राष्ट्रपति उस दिन करीब एक घंटे तक पटना में रहेंगे. वो कृषि रोडमैप के साथ खेती से जुड़ी पांच और नई योजनाओं को लाॅन्च करेंगे. इनमें राज्य में बनने वाला आॅर्गेनिक कोरिडोर भी शामिल है. इसके अलावा मेघदूत और डीबीटी योजना को भी लाॅन्च करेंगे.
सासाराम में दनवार जहरीली शराब कांड के बाद शहर में शराबियों और धंधेबाजों के खिलाफ जारी पुलिस की कार्रवाई में सोमवार की रात नशे की हालत में जेडीयू नेता, होमगार्ड के जवान सहित 13 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. माॅडल थाना पुलिस ने जेडीयू नेता चंद्रभूषण सिंह को शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया. वहीं आरोपित होमगार्ड का जवान विनोद मिश्रा नगर थाने में ही पोस्टेड भी है.
मुफस्सिल थाने की पुलिस ने भी अपने क्षेत्र में कार्रवाई कर एक स्वर्ण व्यवसायी अयोध्या प्रसाद सेठ को गिरफ्तार किया. शहर के इन तीनों थानों की कार्रवाई में शराब पीने के कुल 13 आरोपित गिरफ्तार किये गये, जिन्हें मंगलवार को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया.
बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद जेडीयू में कलह थमने का नाम नहीं ले रही है. पार्टी के बड़े नेता शरद यादव ने जहां चुनाव आयोग में पार्टी सिंबल के लिए चुनौती दी है, वहीं अब पार्टी में एक और भूचाल आ गया है. बिहार विधानसभा के पूर्व स्पीकर उदय नारायण चौधरी, पूर्व मंत्री और विधायक श्याम रजक ने नीतीश कुमार को दलित विरोधी बताया है.
श्याम रजक ने कहा कि वंचित समाज आज भी कूड़े के ढेर से अनाज चुनकर पेट की भूख मिटाने को विवश है. उन्होंने कहा वे नीतीश कुमार सरकार की मंशा पर टिप्पणी नहीं कर रहे हैं, लेकिन ये सच है कि वंचितों की भलाई के लिए जिनको पॉलिसी को लागू करना था, उनकी नीयत में खोट है.
महादलित वर्ग के युवाओं को स्किल डेवलपमेंट के लिए बिहार महादलित मिशन के तहत मिलने वाली प्रशिक्षण की करोड़ों रुपये की राशि की बंदरबांट कर ली गई है. सिर्फ जहानाबाद जिले में छात्र-छात्राओं को बिना प्रशिक्षण दिए ही चार करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की गई है.
निगरानी ब्यूरो ने इस मामले में कोलकाता और दिल्ली की दो कंपनियों के प्रमुख को भी नामजद किया है. मामले में वरिष्ठ आइएएस अधिकारी एसएम राजू, रवि मनुभाई परमार, रिटायर्ड आइएएस केपी रमैया और रामाशीष पासवान पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है. रमैया रिटायरमेंट के बाद बिहार भूमि न्यायाधिकरण (बीएलटी) के सदस्य (प्रशासन) के पद पर हैं.
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