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आधार की विश्वसनीयता पर उठे सवालों के बीच UIDAI के पूर्व चेयरमैन नंदन नीलेकणि ने आधार की सिक्योरिटी का पूरा समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि इसे बदनाम करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. आधार डेटा लीक संबंधी एक रिपोर्ट प्रकाशित होने को लेकर किए सवाल पर उन्होंने यह बात कही.
ट्रिब्यून के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि आधार पर नकारात्मक विचारों के नकारात्मक परिणाम ही होंगे, लोगों के लिए बेहतर होगा कि इसे लेकर क्रिएटिव सोच रखें.
यूआईडीएआई के पूर्व चेयरमैन ने कहा, “मुझे लगता है कि सब को यह मान लेना चाहिए कि आधार यहां बना रहेगा. क्योंकि कम से कम 119 करोड़ लोगों में से 55 करोड़ लोगों ने अपने बैंक अकाउंट से आधार जोड़ लिए हैं और डायरेक्ट ट्रांसफर स्कीम के तहत 95,000 करोड़ रुपए सीधे उनके खातों में डाले गए हैं.”
उन्होंने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा विश्वास था कि वह गोपनीयता के मौलिक अधिकार के तहत आधार का समर्थन करेगा, क्योंकि वह कानून के तहत तर्कसंगत तरीके से बनाया गया है. उन्होंने आधार के तहत प्राप्त सूचना को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें दो स्तरीय सुरक्षा प्रणाली अपनाने का समर्थन किया.
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(इनपुटः भाषा से)
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