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लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर दी है. अब अगली सुनवाई 26 अप्रैल को होगी. वेस्टमिंस्टर अदालत से जमानत पाने के लिए भारत के भगोड़े नीरव मोदी ने खूब तिकड़म भिड़ाई. यहां तक कि उनके वकील ने ये दुहाई भी दी कि नीरव को जमानत दे दें क्योंकि उन्हें अपने पेट डॉग का केयर करना है. उनके वकील क्लेर मोन्टगोमरी ने ये भी कहा कि नीरव का बेटा स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिकी यूनिवर्सिटी में पढ़ने चला गया है. अब नीरव ने एक पेट रखा है. नीरव के भागने की कोई आशंका नहीं है क्योंकि वो किसी भी दूसरे ब्रिटिशर्स की तरह जानवरों से प्यार करता है.
भारत की तरफ से पेश वकील ने कहा कि नीरव के भागने का पूरा डर है और वो वकीलों को भी प्रभावित कर सकता है. भारत की ओर से पैरवी करने वाले टोबी कैडमैन ने कहा, ‘नीरव मोदी भारतीय जांच एजेंसियों के साथ सहयोग नहीं कर रहा है. वो देश छोड़कर भाग सकता है. ऐसे में संभव है कि वह गवाहों को प्रभावित करे और सबूतों को नष्ट कर दे.’ टोबी कैडमैन ने ये भी कहा है कि नीरव ने एक गवाह को फोन करके जान से मारने की धमकी दी.
डायमंड कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने फरवरी 2011 से लेकर मई 2017 तक लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LOU) के जरिये पंजाब नेशनल बैंक मुंबई को 13 हजार करोड़ का चूना लगा दिया था. 2018 के फरवरी महीने में इस बात का पता चला तब तक नीरव मोदी देश से फरार हो चुका था. ईडी ने धोखाधड़ी की शिकायत पर पीएमएलए 2002, के तहत 15 फरवरी 2018 को नीरव मोदी और अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया. इसके आधार पर 75 जगहों पर तलाशी ली गई. इसमें 1600 करोड़ रुपये की ज्वैलरी, पेंटिंग और दूसरे बहुमूल्य सामान बरामद किए गए. हालांकि वैल्यूएशन में ये सामान 479 करोड़ रुपये के ही निकले.
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