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क्विंट के एक खास कार्यक्रम में केंद्रीय ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर नितिन गडकरी ने कहा कि सड़क दुर्घटना गंभीर विषयों में से एक है, वह इसे लेकर काफी संवेदनशील हैं. नितिन गडकरी ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा, “साल 2004 में जब मैं महाराष्ट्र में विपक्ष का नेता था, तब मेरे पूरे परिवार को एक सड़क दुर्घटना का सामना करना पड़ा था. सड़क दुर्घटना का दर्द मैं महसूस कर सकता हूं. मैं समझ सकता हूं कि परिवार को किस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.”
नितिन गडकरी ने ये बात सड़क सुरक्षा पर द क्विंट और SRFG के खास इवेंट में कही.
नितिन गडकरी ने देशभर में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों पर दुख जताते हुए कहा, “हमारे देश में हर साल 5 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं और इनमें करीब 1.5 लाख लोगों की जान जाती है. तमिलनाडु सरकार सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा 25 फीसदी तक कम करने में कामयाब रहा है. लेकिन पूरे देश के जो आंकड़े हैं, वो अच्छे नहीं हैं. मिनिस्टर होने के नाते ये मेरे लिए बहुत ही दुखद है.”
गडकरी ने कहा, देश में ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करना बहुत आसान है. यही सड़क दुर्घटनाओं के पीछे महत्वपूर्ण कारण है. तीस फीसदी ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी हैं. इसके अलावा एक ही व्यक्ति अलग-अलग शहरों से लाइसेंस बनवा लेता है और किसी तरह की समस्या में फसने पर वो एक जगह का लाइसेंस सरेंडर कर देता है और दूसरा लाइसेंस इस्तेमाल करने लगता है.
गडकरी ने आगे कहा, लाइसेंस हासिल करने के लिए ई-रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है. सरकार एक हजार ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल शुरू करने जा रही है. इनमें से 22 ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल शुरू भी किए जा चुके हैं. सड़क दुर्घटनाओं के पीछे दूसरा महत्वपूर्ण कारण है, वो है रोड इंजीनियरिंग.
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