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बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनसंख्या नियंत्रण को लेकर दिया गया एक बयान विवाद का केंद्र बयान गया है. मुख्यमंत्री के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा और राज्य में विपक्षी दल बीजेपी इसे महिलाओं का अपमान बता रही है. पीएम मोदी ने भी एक चुनावी रैली में नीतीश कुमार पर निशाना साधा. राष्ट्रीय महिला आयोग ने नीतीश कुमार से माफी की मांग की थी. इसके बाद सीएम ने माफी मांगते हुए बयान वापस ले लिया.
नीतीश कुमार के बयान पर बुधवार (8 नवंबर) को बिहार विधानसभा में विपक्ष ने हंगामा किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने बयान को वापस लेते हुए माफी मांगी. नीतीश कुमार ने कहा, "मैं अपनी बात को वापस लेता हूं और मैं अपनी निंदा करता हूं, मैं दुख प्रकट करता हूं कि मेरे किसी एक शब्द के चलते अगर किसी को तकलीफ हुई है तो मैं शर्म करता हूं और अपने बयान को वापस लेता हूं."
मंगलवार, 7 नवंबर को बिहार विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार जनसंख्या नियंत्रण पर बोले रहे थे. इस दौरान ने आपत्तिजनक बयान दिया था. दरअसल, नीतीश ये समझाना चाहते थे कि अगर लड़कियां पढ़ी लिखी होंगी तो जनसंख्या अपने आप कम हो जाएगी.
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा, 'एक बात बता दें, इसका अगर कोई गलत मतलब निकालता है तो ये गलत बात है, जो भी सीएम ने कहा है वो सेक्स एजुकेशन के बारे में था, और जब भी इसकी बात की जाती है तो लोग शरमाते हैं, इससे लोगों को बचना चाहिए, अब तो स्कूलों में इसकी पढ़ाई होती है. साइंस और बॉयोलॉजी में तो स्कूलों में इसकी पढ़ाई होती है. बच्चे पढ़ते हैं, उनके (नीतीश कुमार) के कहने का मतलब आबादी नियंत्रण को लेकर था जिसमें जो भी प्रैक्टिकली बात आती है वो उन्होंने कहा."
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने 'X' पर नीतीश के बयान का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "इस देश की प्रत्येक महिला की ओर से, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में, मैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से तत्काल और स्पष्ट माफी की मांग करती हूं. विधानसभा में उनकी अमर्यादित टिप्पणी उस गरिमा और सम्मान का अपमान है जिसकी हर महिला हकदार है."
रेखा शर्मा ने आगे कहा, "उनके (नीतीश) भाषण के दौरान इस्तेमाल की गई ऐसी अपमानजनक और घटिया भाषा हमारे समाज पर एक काला धब्बा है. यदि कोई नेता लोकतंत्र में इतनी खुलेआम ऐसी टिप्पणियां कर सकता है, तो कोई केवल कल्पना ही कर सकता है कि उसके नेतृत्व में राज्य को कितनी भयावहता का सामना करना पड़ रहा होगा. हम इस तरह के व्यवहार के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं और जवाबदेही की मांग करते हैं."
पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के एक रैली में नीतीश कुमार पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा, "कल आपने अखबार और टीवी पर एक घटना देखी होगी. I.N.D.I Alliance के एक बहुत बड़े नेता, जो इनका झंडा लेकर घूम रहे हैं, उस नेता ने विधानसभा में माताओं-बहनों की उपस्थिति में ऐसी भद्दी भाषा में बातें की जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती. शर्म भी नहीं आई उनको. I.N.D.I Alliance के एक भी नेता ने माताओं-बहनों के इतने भयंकर अपमान पर एक शब्द भी नहीं बोला.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. उन्होंने विधानसभा में जिस तरह का अमर्यादित बयान दिया है, उससे वो सभ्य समाज का प्रतिनिधित्व करने लायक नहीं रह गए हैं. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
बीजेपी की एमएलसी निवेदिता सिंह ने कहा कि विधानसभा के लिए आज काला दिन है. मुख्यमंत्री ने जो भी कहा उससे बिहार की सभी महिला शर्मसार हैं, इतने शर्मनाक शब्दों का प्रयोग मुख्यमंत्री ने क्यों किया, यह समझ से परे है. वे किस तरह के विकास पुरुष हैं. आज उन्होंने अपनी पूरी मर्यादा को शर्मसार कर दिया."
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा, "नीतीश कुमार ने लोकतंत्र की गरिमा और मर्यादा को तार-तार किया है, इनका बयान किसी गली के लफंगों जैसा है एवं महिला विरोधी है, विधानसभा में ऐसा वक्तव्य देना बहुत शर्मनाक है. ऐसा लगता है वह मानसिक रूप से बीमार हैं. उन्हें इस्तीफा देकर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए."
बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा, "नीतिशजी शर्म करो! महिलाओं के बारे में अश्लील, अभद्र, अपमानजनक टिप्पणी से पूरा बिहार शर्मिंदगी महसूस कर रहा है. ऐसी टिप्पणी करने की हिम्मत कैसे हुई? देश की महिलाओं से माफी मांगें. तेजस्वी कह रहे हैं यह सेक्स एजुकेशन है? क्या विधान सभा सेक्स एजुकेशन की जगह है."
बीजेपी के सोशल मीडिया अकाउंट से भी कई पोस्ट कर सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा गया है.
बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर नीतीश के शब्दों के लिए उनकी निंदा की. उन्होंने कहा कि बिहार की साढ़े छह करोड़ महिलाएं शर्मसार हो गई हैं. बिहार की मां, बेटी और बहनें अब नीतीश कुमार की सभा में जाने से भागेंगी.
केंद्रीय मंत्री आरके. सिंह ने कहा, "हमें शर्म आती है कि वह हमारे राज्य के सीएम हैं. मुझे लगता है कि बिहार के सभी व्यक्ति को शर्म आ रही होगी क्योंकि उनका सीएम ऐसी अश्लील भाषा का इस्तेमाल कर रहा है. यह तीसरे दर्जे का बयान है."
(इनपुट- महीप राज)
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