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नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) संसद से पारित होने के बाद असम समेत पूर्वोत्तर राज्यों के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन उग्र रूप लेते जा रहे हैं. असम में प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को एक बीजेपी विधायक का घर फूंक दिया. इसके अलावा कई वाहनों और सर्किल ऑफिस को भी आग लगा दी. इस बीच बीजेपी नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों को बड़ा आंदोलन मानने से इनकार कर रही है. हालांकि एक तथ्य ये भी है कि असम में कई नेताओं ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है.
बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा है कि असम और पूर्वोत्तर के अन्य इलाकों में जहां भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, वो कुछ निजी स्वार्थ रखने वाले समूह कर रहे हैं. राम माधव ने इसे नकारात्मक अभियान बताया है और लोगों से इसका शिकार न बनने की अपील की है.
असम के गुवाहाटी में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की फायरिंग में गुरुवार को दो लोगों की मौत हो गई. गोवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के एक अधिकारी ने बताया कि एक व्यक्ति "मृत" लाया गया और दूसरे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
हालांकि, अधिकारी ने मृत लोगों के नाम का खुलासा नहीं किया. उन्होंने कहा कि दोनों को अज्ञात के तौर पर अस्पताल लाया गया था.
नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को बीजेपी विधायक के घर, वाहनों और सर्किल ऑफिस को आग के हवाले कर दिया.
अधिकारियों ने कहा कि उग्र हुए प्रदर्शनकारियों ने चबुआ में बीजेपी विधायक बिनोद हजारिका के घर में आग लगा दी और वाहनों और सर्कल ऑफिस को भी आग के हवाले कर दिया.
असम में जारी हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच सरकार ने कार्रवाई करते हुए गुवाहाटी के पुलिस कमिश्नर सहित मुख्य पुलिस अधिकारी को निलंबित कर दिया.
दीपक कुमार के स्थान पर मुन्ना प्रसाद गुप्ता को गुवाहाटी का नया पुलिस प्रमुख बनाया गया है, जबकि अतरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) मुकेश अग्रवाल का भी तबादला कर दिया गया है.
असम के पुलिस प्रमुख भास्कर ज्योति महंत के काफिले पर गुरुवार को पथराव किया गया. यह हमला उस वक्त हुआ, जब वह नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन का सामना कर रहे गुवाहाटी का दौरा कर रहे थे.
महंत का काफिला क्रिश्चियन बस्ती के पास गुवाहाटी-शिलांग रोड पर था, जहां यह हमला हुआ. काफिले में मौजूद कई वाहनों पर पथराव किया गया.
गुवाहाटी में प्रदर्शनकारियों ने असम गण परिषद के मुख्यालय में तोड़फोड़ की. प्रदर्शनकारी गोपीनाथ बोरडोलोई रोड पर बने पार्टी के मुख्यालय में घुस गए. यहां उन्होंने तोड़फोड़ की.
पूर्वोत्तर और विशेष रूप से असम में जारी हिंसक प्रदर्शनों के बीच नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर पार्टी से नाराज असमिया अभिनेता और बीजेपी नेता जतिन बोरा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
इससे पहले 9 दिसंबर को इसी CAB को लेकर असम बीजेपी के नेता और एक्टर रवि शर्मा इस्तीफा दे चुके हैं.
मशहूर सिंगर पपोन ने दिल्ली में इस सप्ताह के आखिर में आयोजित होने वाले अपने कॉन्सर्ट को रद्द कर दिया है, क्योंकि उनके गृह राज्य असम में स्थिति अभी ठीक नहीं है. पपोन ने गुरुवार को ट्वीट किया, "प्रिय दिल्ली, मुझे खेद है, लेकिन मैंने योजनानुसार 'इंपरफेक्टोशोर' में होने वाले कॉन्सर्ट को न करने का निर्णय लिया है. मेरा गृह राज्य असम जल रहा है, रो रहा है और वहां कर्फ्यू जारी है. अभी मेरी जो मानसिक स्थिति है उसमें मैं आपका मनोरंजन नहीं कर पाऊंगा."
बीजेपी ने पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में फैली अशांति के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. बीजेपी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने दावा किया है कि त्रिपुरा में 'लोगों का विरोध' युवा कांग्रेस की करतूत थी.
अमित मालवीय ने ट्विटर पर लिखा, “कुछ पूर्वोत्तर राज्यों में हिंसा की घटना कांग्रेस के हुड़दंगियों और उनके साथियों के इशारे पर हुई हैं. उदाहरण के लिए, लुटियंस मीडिया ने जिसे त्रिपुरा में 'लोगों के विरोध' के रूप में प्रचारित किया, वो यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की करतूत थी."
अमित मालवीय ने ट्वीट के साथ एक न्यूज पेपर की कटिंग भी शेयर की है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को असम के लोगों को आश्वस्त किया कि उन्हें नागरिकता (संशोधन) विधेयक के संसद में पारित होने से चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. पीएम मोदी ने असम के लोगों से कहा है कि कोई भी उनके अधिकार, विशिष्ट पहचान और खूबसूरत संस्कृति को छीन नहीं सकता.
उन्होंने कहा कि वह असम के लोगों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक पारित होने से उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार और मैं असम समझौते के उपबंध -6 के अनुरूप असम के लोगों के राजनीतिक, भाषायी, सांस्कृतिक और भूमि संबंधी अधिकारों की संवैधानिक सुरक्षा सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध हैं.’’
नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ असम के अधिकांश हिस्सों में जारी हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राज्य के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. सोनोवाल ने कहा, "मैं असम के लोगों को उनकी पहचान के संबंध में पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन देता हूं. कृपया शांति की स्थिति बनाए रखें. मुझे उम्मीद है कि लोग इस अपील पर समझदारी से विचार करेंगे."
बता दें, नागरिकता (संशोधन) विधेयक के 10 दिसंबर आधी रात को लोकसभा में पारित होने के बाद से समूचे पूर्वोत्तर, विशेष रूप से असम में हिंसक प्रदर्शन जारी हैं. बुधवार की शाम को राज्य सभा से भी बिल को मंजूरी प्रदान किए जाने के बाद यहां स्थिति और भी बिगड़ गई. असम में मोबाइल, इंटरनेट सेवाओं को अगले 48 घंटों के लिए बंद कर दिया गया है.
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