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ये आपको डराने के लिए नहीं है. दिवाली के बाद दिल्ली की हवा की जहरीली हवा जानलेवा हो चुकी है. इस हवा में महीन पार्टिकुलेट मैटर 2.5 घुला है जो आपके बाल से 30 गुना पतला होता है. इस हवा में सांस लेते ही पीएम 2.5 आपके फैंफड़ों में घुस जाता है. इससे हार्ट-अटैक, स्ट्रोक, लंग कैंसर और सांस लेने में दिक्कत जैसी बीमारियां पैदा होती हैं.
दिवाली के बाद दिल्ली की हवा में पीएम 2.5 की हालत 712 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के पार पहुंच गया है.
अमेरिका का इंडिपेंडेंट एयर पॉल्युशन रिसर्च संस्थान बार्कले अर्थ के मुताबिक दिल्ली दुनिया में सबसे प्रदूषित शहर बन चुका है.
इस साल दीवाली के बाद दक्षिणी दिल्ली में 24 घंटे का औसतन PM 2.5 स्तर पिछली बार की दीवाली से 38% अधिक था. 2015 में दीवाली के अगले दिन प्रदूषण का स्तर 650 माइक्रोग्राम/घन मीटर था.
दिवाली के बाद से दिल्ली के आसमान पर नीले आसमान और सफेद बादलों की नहीं बल्कि स्मॉग की चादर बिछी हुई. स्मॉग मतलब स्मोक+फॉग. और, इस स्मॉग के सर्दी खत्म होने से पहले खत्म होने की संभावना नहीं है.
ऐसे में डॉक्टर्स का कहना है कि बच्चों का इस हवा में बाहर निकलना नुकसानदायक हो सकता है.
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