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दिल्ली सरकार के ऑड-ईवन प्लान के बारे में पूरे देश में चर्चा हो चुकी है. लेकिन अब एक ऐसे स्कूल के बारे में पता चला है, जो ऑड-ईवन प्लान पर चल रहा है.
बिहार के सारण जिले के इस स्कूल में ऑड-ईवन प्लान के तहत एक दिन छात्राएं पढ़ने आती हैं, तो दूसरे दिन छात्र. सारण जिले के बनियापुर प्रखंड के कन्हौली उच्च विद्यालय में यह व्यवस्था पिछले तीन वर्षों से बदस्तूर जारी है. इस स्कूल में छात्र-छात्राओं की कुल संख्या 3,281 है.
इस स्कूल की 11वीं क्लास में 250 छात्र हैं, जबकि पढ़ाई के लिए मात्र 12 कमरे उपलब्ध हैं. वहीं कुल शिक्षकों की संख्या 20 है. आंकड़ों के हिसाब से एक शिक्षक पर लगभग 150 छात्रों का दायित्व है.
स्कूल प्रशासन भी इस व्यवस्था को गलत नहीं मानता है. स्कूल के प्रिंसिपल श्रीप्रकाश सिंह के अनुसार, ‘’यहां जब से 11वीं की पढ़ाई की स्वीकृति मिली, तब से लगातार भवन निर्माण व अतिरिक्त शिक्षकों की मांग की जा रही है. लेकिन, अब तक कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है. इस कारण मजबूरी में यह व्यवस्था लागू की गई है.”
स्कूल प्रशासन का कहना है कि इस व्यवस्था को लेकर भले ही स्टूडेंट की अटेंडेंस को लेकर समस्या आती हो, परंतु सिलेबस (पाठ्यक्रम) को लेकर कोई समस्या नहीं होती. इस व्यवस्था से साल में छात्र-छात्राओं की छह-छह माह पढ़ाई हो पाती है. प्रधानाध्यापक कहते हैं,
वहीं, सारण के जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) चंद्रशेखर पाठक मानते हैं कि किसी भी स्कूल के लिए यह व्यवस्था सही नहीं है. हालांकि वे यह भी मानते हैं जल्द ही कन्हौली उच्च विद्यालय में शिक्षकों की संख्या बढ़ाई जाएगी तथा भवन निर्माण के लिए भी उचित कदम उठाया.
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