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"हमें कुछ पता नहीं चल रहा था कि क्या हो रहा है..बहुत धुआं हो रहा था..सांस फुल रही थी.. हम खिड़की खोलकर निकलना चाहते थे, पर ऐसा नहीं हो पाया, हम दरवाजे की तरफ गए तो वो बाहर से बंद हो गया था. हम किसी तरह शीशा तोड़कर बाहर आए, सब अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे. बाहर आकर हमने सभी गाड़ी वालों से हेल्प मांगी पर किसी ने मदद नहीं की." ये कहते हुए सुनीता शर्मा फफक पड़ी, उनके आंसू बंद होने का नाम नहीं ले रहे थे, वो बहुत घबराई हुई थीं.
इतने में उनके बगल में बैठी एक महिला ने झट से कहा, "किसी ने हमारी मदद नहीं की बल्कि सब खड़े होकर वीडियो बनाने में लग गए."
दरअसल, शुक्रवार (17 मई) की रात को हरियाणा के नूंह के पास कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस-वे पर एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें मथुरा से पंजाब के जालंधर जा रही टूरिस्ट बस में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. घटना में नौ लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
जानकारी के अनुसार, टूरिस्ट बस में 60 लोग सवार थे.
सुनीता फूट-फूट कर रो रही थी, उन्होंने कहा, "हम लोग होशियारपुर से बस लेकर आए, हमारे चाचा बस लेकर आते हैं. पहले मुथरा-वृंदावन, अयोध्या, इलाहाबाद (प्रयागराज), बनारस फिर वृंदावन आ गए. रात में पौने दो बजे आग लग गई."
"हादसे में हमारे परिवार के कई सदस्यों की मौत हो गई. किसी ने हमारी मदद नहीं की."
सुनीता कुछ देर ठहरी और फिर आंसू पोछते हुए कहा, "बहुत गलत हुआ है." इस दौरान वो बार-बार अपने आंसू पोछती हैं लेकिन आंसू बंद नहीं हो रहा है. उनकी बातों से अपनों को खोने का दर्द साफ झलक रहा है.
एक अन्य चश्मदीद पायल शर्मा ने रोते हुए कहा, "हमें कुछ नहीं पता चला कि क्या हुआ. एकदम से अचानक से बस में धुंआ-धुंआ होने लगा, सब ने कहा.. आग लग गई है..सब चिल्लाने लगे और खिड़की खोलकर बाहर दरवाजे की तरफ जाने लगे."
घायलों में से एक मीना रानी ने कहा, "हम वृन्दावन से लौट रहे थे. हमें नहीं पता कि आग कैसे लगी? बस में 64 लोग सवार थे."
वहीं, चलती बस में आग की लपटें देख स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया और पुलिस को मामले की सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने बड़ी मशक्कत करते हुए आग पर किसी तरह काबू पाया.
बस में सवार पीड़ित श्रद्धालु सरोज पुंज व पूनम ने बताया कि बीते शुक्रवार को एक टूरिस्ट बस किराए पर कर बनारस और मथुरा वृंदावन दर्शन के लिए निकले थे. बस में 60 लोग सवार थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. यह सभी नजदीकी रिश्तेदार थे. जो पंजाब के लुधियाना होशियारपुर और चंडीगढ़ के रहने थे.
उन्होंने आगे कहा कि शुक्रवार की रात जब वह दर्शन कर वापस लौट रहे थे, तभी देर रात बस में आग की लपटें दिखाई दी. उन्होंने बताया कि वह आगे की सीट पर बैठी हुई थी और किसी तरह स्थानीय ग्रामीणों की मदद से उन्हें निकाल लिया गया.
घटनास्थल पर मदद के लिए पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि देर रात करीब 1:30 बजे एक चलती बस में उन्हें आग की लपटें दिखाई दी. उन्होंने आवाज लगाकर चालक को बस रोकने को कहा लेकिन बस नहीं रूकी. फिर एक युवक ने मोटरसाइकिल पर सवार होकर बस का पीछा किया और चालक को आग लगने सूचना दी. फिर बस रुकी लेकिन तब तक बस में आग काफी तेज हो चुकी थी.
नूंह के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया ने बताया कि हादसे में दो दर्जन लोग घायल हुए हैं. सभी को उपचार के लिए अस्पताल भेजवा दिया है. पुलिस कार्रवाई में जुटी है. फिलहाल मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है.
जानकारी के अनुसार, राजकीय शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कालेज नलहड़ में 9 शवों की पुष्टी हुई जिसमें 6 महिला और तीन पुरूष शामिल हैं. वहीं, जो आठ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, उनके नाम इस प्रकार हैं-:
मीरा रानी पत्नी नरेश कुमार निवासी मखनिया जालंधर पंजाब
नरेश कुमार पुत्र मुल्क राज निवासी मखनिया
कृष्णा कुमारी पत्नी बलदेव राज निवासी फिल्सर जिला जालंधर
बलजीत सिंह राणा पुत्र मोहन सिंह निवासी मोहाली सेक्टर 16
जसविंदर पत्नी बलजीत निवासी महोली सेक्टर 16
विजय कुमारी पत्नी सुरेश कुमार निवासी जमरोल जिला जालंधर
शांति देवी पत्नी सुरेंद्र निवासी होशियारपुर पंजाब
पूनम पत्नी अशोक कुमार निवासी होशियारपुर पंजाब
घटना के बाद नूंह विधायक आफताब अहमद मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां उन्होंने बस हादसे में घायल हुए लोगों से बातचीत की.
वहीं, मीडिया से बात करते हुए विधायक ने कहा, "मैं कहूंगा कि यह बेहद दर्दनाक, दुखद और दिल दहला देने वाली घटना है. श्रद्धालु वृन्दावन से लौट रहे थे. बस में आग लग गई और बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चों समेत कई लोग घायल हो गए."
(इनपुट-परवेज खान)
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