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बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन को राजीव रोशन हत्या मामले में मिली जमानत के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में शुक्रवार को आखिरी फैसला सुनाया जाएगा. गुरुवार को शहाबुद्दीन के वकीलों ने जमानत रद्द होने से बचाने के लिए कोर्ट में तरह तरह की दलीलें दी.
अपराधी से नेता बने शहाबुद्दीन की ओर से वरिष्ठ वकील रामजेठमलानी की जगह वकील शेखर नाफाडे ने पैरवी की. वहीं पीड़ित चंदा बाबू की ओर से वकील प्रशांत भूषण ने पैरवी की.
वरिष्ठ अधिवक्ता शेखर नाफाडे ने कभी अदालत द्वारा आरोप पत्र न देने की बात कहीं, तो कभी बिहार सरकार पर मामलें को लटकाने का इल्जाम लगाया.
वरिष्ठ अधिवक्ता शेखर ने कहा...
पेशी के आखिर में शहाबुद्दीन ने खुद भी अदालत से जमानत रद्द न होने की गुहार लगाई. शहाबुद्दीन ने कहा, "आप कहेंगे तो बिहार छोड़कर चला जाउंगा, जो कहेंगे वो करूंगा, लेकिन जमानत रद्द न करें."
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