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कोरोनावायरस को दूर रखने के लिए बार-बार हाथ धोने पर जोर दिया जा रहा है. देश में खाना खाने से पहले 99 फीसदी परिवारों में लोग हाथ तो धोते हैं लेकिन सभी साबुन या डिटर्जेंट का इस्तेमाल नहीं करते. सिर्फ 35.8 फीसदी परिवारों में साबुन या डिटर्जेंट से हाथ धोया जाता है. पिछले साल नवंबर (2019) में हुए एनएसओ के सर्वे ‘Drinking Water, Sanitation, Hygiene and Housing Condition’ ने इसका खुलासा किया है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक सर्वे में 1,06,838 परिवारों को शामिल किया गया था. (63,736 ग्रामीण इलाकों के और 43,102 शहरी इलाकों के ). सर्वे में कहा गया है कि एक परिवार के ज्यादातर लोग अपने हाथ धोते हैं तभी उस परिवार को हाथ धोने वाला परिवार माना जाता है.
हाथ धोने के मामले में शहरी और ग्रामीण इलाकों में काफी अंतर था. शहरी इलाकों में 56 फीसदी परिवारों में लोग साबुन और पानी से हाथ धोते हैं वहीं ग्रामीण इलाकों में सिर्फ 25.3 लोग साबुन और पानी से हाथ धोते हैं.
सर्वे के मुताबिक बिहार में सिर्फ 14.3 ओडिशा में 15.1. यूपी में 23.8. तमिलनाडु में 27.3 फीसदी परिवार ही खाने से पहले साबुन या डिटर्जेंट से हाथ धोते हैं. खाने से पहले साबुन और डिटर्जेंट से हाथ धोने के मामले में सिक्किम टॉप पर है. उसके बाद हिमाचल प्रदेश ( 86.2 फीसदी), चंडीगढ़ (81 फीसदी), पंजाब (77.5 फीसदी) और दिल्ली (73.5 फीसदी) और दिल्ली(73.5 फीसदी) .
देश भर में शहरी इलाकों में 60.4 और ग्रामीण इलाकों में सिर्फ 42.1 फीसदी परिवार हाथ धोते हैं लेकिन सिर्फ पानी से. ग्रामीण इलाकों में 3.5 फीसदी परिवार पानी के साथ राख, मिट्टी या बालू से हाथ धोते हैं. शहरी इलाकों में यह आंकड़ा 1.3 फीसदी है. देश में एक फीसदी परिवार ऐसा है, जो खाने से पहले हाथ नहीं धोता है.
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