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विपक्ष के कुछ सांसदों ने मंगलवार, 31 अक्टूबर को अपने एप्पल फोन पर एक अलर्ट (Apple Hacking Alert) आने की बात कही जिसमें लिखा था कि राज्य समर्थित हैकर्स आपके फोन को निशाने बना रहे हैं. इसके बाद से हंगामा मच गया है. विपक्ष सरकार पर विपक्षी नेताओं की जासूसी का आरोप लगा रहा है तो सरकार ने इसमें अपना हाथ होने से इनकार करते हुए जांच की बात कही है.
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विणी वैष्णव ने इस मुद्दे पर सरकार की तरफ से जवाब दिया. उन्होंने कहा कि Apple से जवाब मांगा गया है और इसकी जांच भी करा रहे हैं.
अश्विणी वैष्णव ने एक्स पर एक के बाद 5 पोस्ट कर सरकार की बात रखी. उन्होंने कहा कि हम Apple से मिले अलर्ट के बारे में कुछ सांसदों के साथ-साथ अन्य लोगों के मीडिया में देखे गए बयानों से चिंतित हैं.
अश्विणी वैष्णव के अनुसार, Apple ने ये भी दावा किया है कि Apple आईडी इसके फोन पर सुरक्षित रूप से एन्क्रिप्टेड हैं, जिससे उपयोगकर्ता की स्पष्ट इजाजत के बिना उन तक पहुंच या पहचान करना काफी मुश्किल हो जाता है. ये एन्क्रिप्शन यूजर्स की Apple आईडी की सुरक्षा करता है और ये सुनिश्चित करता है कि यह निजी और सुरक्षित रहे.
उन्होंने एक और पोस्ट में कहा, "भारत सरकार सभी नागरिकों की गोपनीयता और सुरक्षा की रक्षा करने की अपनी भूमिका को बहुत गंभीरता से लेती है और इन अलर्ट्स की तह तक जाने के लिए जांच करेगी."
अपने पोस्ट में उन्होंने कहा कि हमने Apple से भी जांच में शामिल होने के लिए कहा है.
अश्विणी वैष्णव ने इस मुद्दे पर मीडिया को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि मैं साफ करना चाहता हूं कि सरकार इस मुद्दे पर बहुत गंभीर है.
हालांकि Apple ने कहा कि इस तरह के अलर्ट हमने जब से शुरू किए तब से 150 देशों के लोगों को भेजे हैं, ये पिछले 24 घंटों में नहीं है.
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