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पाकिस्तान ने कहा है कि अगर भारत पुलवामा आतंकी हमले पर सबूत देगा तो वह जांच में पूरा सहयोग करेगा. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को यह बात कही. हालांकि, कुरैशी ने कहा कि कोई भी इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराकर उसे धमका नहीं सकता.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा, ''पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराना आसान है लेकिन इससे समस्या हल नहीं होगी और दुनिया भी कुछ मानने को तैयार नहीं होगी.'' कुरैशी का यह बयान पाकिस्तान की सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा था कि पुलवामा हमले के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसे भारी कीमत चुकानी होगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि सुरक्षाबलों को इस हमले का जवाब देने की खुली छूट दी गई है.
भारत जल्द ही आतंकी गतिविधियों की फाइनेंसिंग पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था एफएटीएफ को एक डॉजियर सौंपेगा. इस डॉजियर में पुलवामा आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ सबूत सौंपे जाएंगे. इस मामले से जुड़े अधिकारियों ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी. बताया जा रहा है कि भारत की कोशिश एफएटीएफ की तरफ से पाक को ब्लैकलिस्ट कराने की होगी.
एफएटीएफ की ओर से किसी देश को ब्लैकलिस्ट करने का मतलब है कि वह देश मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में सहयोग नहीं कर रहा है. ऐसे में अगर एफएटीएफ पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट कर देता है तो इससे आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक, यूरोपीय संघ जैसे बहुपक्षीय कर्जदाता उसकी ग्रेडिंग कम कर सकते हैं.
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