Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019गलवान झड़प से ध्यान भटकाने के लिए भारत ने डिप्लोमेट्स को निकाला:पाक

गलवान झड़प से ध्यान भटकाने के लिए भारत ने डिप्लोमेट्स को निकाला:पाक

‘गलवान घाटी झड़प से चिंता में पाकिस्तान’

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी
i
पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी
(फोटोः IANS)

advertisement

भारत सरकार ने 23 जून को दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन को अपना स्टाफ 50% कम करने का आदेश दिया. भारत ने पाकिस्तान से स्टाफ घटाने की प्रक्रिया सात दिन में खत्म करने को कहा. भारत ने ये कदम हाई कमीशन के दो अधिकारियों के जासूसी करते हुए पकड़े जाने और इस्लामाबाद में भारतीय हाईकमीशन के दो अधिकारियों के अगवा होने के बाद उठाया. अब पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे 'ध्यान भटकाने की कोशिश' बताया है.

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि LAC पर चीन के हाथों 'चोट' खाने के बाद भारत ने अपने लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ये कदम उठाया है.

'पाकिस्तान पर आरोप निराधार'

भारत ने पाकिस्तानी हाई कमीशन के अधिकारियों पर जासूसी के आरोप लगाते हुए स्टाफ कम करने को कहा था. शाह महमूद कुरैशी ने इन आरोपों को 'निराधार' बताया.

कुरैशी ने कहा, "लद्दाख में भारत को मिली चोट का उनके पास कोई जवाब नहीं है और इसलिए वो अपने लोगों का ध्यान भटकाना चाहते थे."

'गलवान घाटी झड़प से चिंता में पाकिस्तान'

विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुई झड़प से चिंता में है. कुरैशी का कहना है कि ऐसी आशंका है कि पाकिस्तान इसमें घसीटा जा सकता है.

कुरैशी ने रॉयटर्स से एक इंटरव्यू में कहा, "चीजें बिगड़ गई हैं और काफी नाजुक हैं."

हमें चिंता है कि भारत क्षेत्रीय तनाव में पाकिस्तान को घसीटने की कोशिश कर सकता है. मुझे डर है कि भारत की पाकिस्तानी क्षेत्र में कोई भी हरकत की वजह से पाकिस्तान ताकत का इस्तेमाल करता.  
शाह महमूद कुरैशी, पाकिस्तान के विदेश मंत्री

शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान लद्दाख में चीन की पोजीशन का समर्थन करता है और उन्होंने हाल ही में चीन के टॉप डिप्लोमेट वांग यी से बात की थी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT