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पाकिस्तान में इंडियन एयरफोर्स को मिले लड़ाकू विमान राफेल को लेकर साफ तौर से बेचैनी देखी जा सकती है. इसी बेचैनी का ही नतीजा वो बयान है जिसमें पाकिस्तान राफेल से नहीं डरने और अपनी सुरक्षा के दावे की दुहाई दिए जा रहा है. पाकिस्तानी मीडिया में पब्लिश रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मुहम्मद फैसल ने गुरुवार को प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि 'किसी के पास राफेल हो या कुछ और, पाकिस्तान जानता है कि उसे अपनी सुरक्षा कैसे करनी है.'
उन्होंने फ्रांस से भारत को मिले राफेल विमान के संदर्भ में हथियारों की रेस का मुद्दा उठाया और दुनिया से आग्रह किया कि वो दक्षिण एशिया को हथियारों की रेस में मत झोंके. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ऐसी किसी रेस का हिस्सा नहीं बनेगा क्योंकि पाकिस्तान की मौजूदा सरकार का ध्यान मानवीय विकास, सेहत और शिक्षा पर है. उन्होंने कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन के पाकिस्तान के पुराने आरोपों को एक बार फिर दोहराया और भारत से आग्रह किया कि 'वो कश्मीर से प्रतिबंधों को' हटा ले.
करतारपुर साहिब गलियारे से संबंधित एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गलियारे के उद्घाटन समारोह के लिए भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को औपचारिक तौर से निमंत्रण भेजा गया है. उन्होंने कहा कि गलियारे का काम पूरे जोरशोर से चल रहा है और ये तय समय पर पूरा हो जाएगा. इसका उद्घाटन उसी तारीख को होगा जिसका वादा प्रधानमंत्री इमरान खान ने किया था. एक सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान, इस्लामाबाद में होने वाले दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के शिखर सम्मेलन की तारीखों पर काम कर रहा है. तारीख तय होने पर इसकी जानकारी साझा की जाएगी.
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