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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Pakistan PM Shehbaz Sharif) ने कश्मीर मुद्दे पर भारत से बातचीत करने का जिक्र किया. उन्होंने दुबई के अल अरेबिया टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा, भारतीय नेतृत्व और पीएम मोदी को मेरा संदेश है कि आइए टेबल पर बैठें और कश्मीर जैसे हमारे ज्वलंत मुद्दों को हल करने के लिए गंभीर और ईमानदार बातचीत करें.
हालांकि इस इंटरव्यू के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर यह स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान भारत के साथ बातचीत तभी करेगा जब वह कथित "5 अगस्त, 2019 की अवैध कार्रवाई" को वापस लेगा.
अरबी भाषा के इस न्यूज चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि "भारत के साथ हमने तीन युद्ध लड़े हैं और उसके कारण केवल लोगों को और अधिक दुख, गरीबी और बेरोजगारी मिली है."
उन्होंने कहा “भारतीय लीडरशिप और पीएम मोदी को मेरा मैसेज है कि आइए टेबल पर बैठें और कश्मीर जैसे हमारे ज्वलंत मुद्दों को हल करने के लिए गंभीर और ईमानदार बातचीत करें. यह हमारे ऊपर है कि हम शांति से रहें और प्रगति करें या आपस में झगड़ें और समय-संसाधनों को बर्बाद करें."
इस बीच उन्होंने आरोप लगाया कि "कश्मीर में मानवाधिकार का खुला उल्लंघन हो रहा है, भारत ने आर्टिकल 370 को रद्द कर कश्मीरियों को दी गई स्वायत्तता छीन ली. यह रुकना चाहिए ताकि दुनिया भर में यह संदेश जाए कि भारत बातचीत के लिए तैयार है."
सोमवार को प्रसारित किए गए इस इंटरव्यू में पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि "हमने अपना सबक सीख लिया है और हम भारत के साथ शांति से रहना चाहते हैं. बशर्ते हम अपनी वास्तविक समस्याओं को हल करने में सक्षम हों."
उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त अरब अमीरात भारत और पाकिस्तान को बातचीत के लिए एक टेबल पर लाने में अहम भूमिका निभा सकता है.
इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के नेता फवाद चौधरी ने पीएम शहबाज के बयान पर हैरानी जताते हुए कहा कि उनकी पार्टी भारतीय प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करने के दृष्टिकोण को "मजबूती से खारिज" करती है. चौधरी ने कहा कि पीएम शहबाज को "कश्मीर बेचने की अनुमति नहीं दी जा सकती".
(Input- ANI, Dawn,Geo TV)
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