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पाकिस्तान ने भारत का शुक्रिया अदा किया है. लेकिन सीमा पर दोनों देशों के बीच तनाव जारी है. फिर ऐसा क्या हुआ जिसने पाकिस्तान के हाई-कमिश्नर अब्दुल बासित खान को भारतीय अधिकारियों की मानवता का अहसास करा दिया.
ये कहानी है करीब एक साल भारत में गुम होने वाले 5 साल के पाकिस्तानी बच्चे इफ्तिखार अहमद की. शनिवार को भारतीय अधिकारियों ने इफ्तिखार अहमद को सही सलामत पाकिस्तान वापस भेज दिया.
भारतीय अधिकारियों ने शनिवार को पाकिस्तानी रेंजर्स को वाघा बॉर्डर पर शाम 6 बजे बच्चे को सौंपा. इस दौरान इफ्तिखार की मां रोहिना कियानी नन्हे इफ्तिखार के दीदार में बॉर्डर पर इंतजार कर रही थीं.
रोहिना ने वाघा बॉर्डर पर कहा, उन्हें अपने बच्चें के मिलने की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी. यह किसी चमत्कार से कम नहीं है.
रोहिना ने दिल्ली में पाकिस्तानी हाई कमिश्नर की मदद से भारतीय अदालत में मामला दर्ज कराया था. उसके बाद पाकिस्तान हाई कमिश्नर ने अदालत में साबित कर दिया कि इफ्तिखार अहमद पाकिस्तान का रहने वाला है. इस मामले का अदालत ने पाकिस्तान के पक्ष में फैसला सुनाया और और उसे उसकी रोहिना के पास वापस भेजने का आदेश दिया.
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