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Parliament Monsoon Session: संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही गुरुवार (27 जुलाई) को भी हंगामेदार रही. विपक्षी दलों ने लोकसभा और राज्यसभ दोनों ही सदनों में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, भारी हंगामे के बीच लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार (28 जुलाई) तक सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. दस प्वाइंट में जानिए संसद में गुरुवार को क्या हुआ?
संसद की कार्यवाही के दौरान विपक्षी दलों के सांसद काले कपड़े पहनकर पहुंचे और सदन में पीएम के बयान को लेकर हंगामा किया.
विपक्ष के भारी हंगामे के बीच लोकसभा की और राज्यसभा की कार्यवाही 12 और 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
विपक्ष ने मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसद में बयान और सरकार के खिलाफ 26 जुलाई को लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की. लोकसभा स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी सहमति तो दे दी, लेकिन प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान के लिए तारीख और समय अभी आंवटित नहीं किया.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विदेश नीति को लेकर राज्यसभा में बयान दिया, लेकिन विपक्ष लगातार हंगामा करता रहा. मंत्री ने कहा, "यदि आप INDIA होने का दावा करते हैं लेकिन भारत के राष्ट्रीय हितों को नहीं सुनना चाहते हैं, तो आप किस तरह के INDIA हैं? आप एक ऐसा INDIA हैं जो राष्ट्रीय हित का त्याग करने के लिए तैयार है, वह INDIA नहीं है."
राज्यसभा में एस जयशंकर के बयान के दौरान ट्रेजरी बेंच में सदस्यों द्वारा "मोदी, मोदी" के नारे लगाए गये तो वहीं विपक्ष ने "INDIA, INDIA" के नारे लगाए, जिसके कारण अराजकता फैल गई.
लोकसभा में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने अपतटीय क्षेत्र खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन विधेयक, 2023 पेश किया.
राज्यसभा में, सिनेमैटोग्राफ (संशोधन) विधेयक, 2023 पेश किया गया और ध्वनि मत से पास कर दिया गया.
जन विश्वास (प्रावधानों में संशोधन) विधेयक, 2023, लोकसभा से पारित हो गया.
लोकसभा में वन संरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023 पारित हो गया.
राज्यसभा में विपक्ष के सदन से बहिष्कार के बाद संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (तीसरा संशोधन) विधेयक, 2022 ध्वनि मत से पारित हो गया.
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