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संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में राहुल गांधी के ‘रेप इन इंडिया’ वाले बयान पर हंगामा हो रहा है. राज्यसभा में ‘राहुल गांधी माफी मांगो’ बयान पर बवाल हो रहा है.
राहुल गांधी ने चुनावी रैली के दौरान एक ‘रेप इन इंडिया’ वाला जो बयान दिया है इस पर शुक्रवार को लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा देखने को मिल रहा है. बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी से माफी मांगने की मांग करते हुए मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी की महिला सासंदों ने स्मृति ईरानी के नेतृत्व में हंगामा किया और ‘राहुल गांधी, माफी मांगो’ के नारे लगाए.
राहुल गांधी ने चुनावी रैली के दौरान एक ‘रेप इन इंडिया’ वाला जो बयान दिया है इस पर शुक्रवार को लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा देखने को मिल रहा है. बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी से माफी मांगने की मांग करते हुए मोर्चा खोल दिया है. बीजेपी की महिला सासंदों ने स्मृति ईरानी के नेतृत्व में हंगामा किया और ‘राहुल गांधी, माफी मांगो’ के नारे लगाए.
राहुल गांधी के रेप इन इंडिया वाले बयान पर लोकसभा में हंगामा हो रहा है.
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में रूल 267 के अंतर्गत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है. जिसमें उन्होंने असम और त्रिपुरा में नागरकिता बिल के खिलाफ होने वाले प्रदर्शन पर चर्चा की मांग की है.
नागरिकता संशोधन बिल राज्यसभा से भी पास होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे भारत में भाईचारे की जीत बताया.
कई घंटों की डिबेट के बाद राज्यसभा ने नागरिकता बिल को सेलेक्ट पैनल में नहीं भेजने का फैसला किया है. बिल को पैनल में भेजने के पक्ष में 99 वोट पड़े, वहीं इसको भेजने के खिलाफ 124 वोट पड़े.
नागरिकता बिल पर राजयसभा में चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा कि 6 धर्मों को शामिल करने की तारीफ नहीं लेकिन सिर्फ मुसलमानों को न शामिल करने पर फोकस है. शाह ने कहा, "जब देश का धर्म इस्लाम हो तो मुसलमानों के उत्पीड़न की आशंका कम होती है. इस बिल से मुसलमानों को नुकसान नहीं होगा. "
राज्यसभा में YSR कांग्रेस के सदस्य वी विजयसाई रेड्डी ने कहा कि उनकी पार्टी इस बिल का समर्थन करती है.
कांग्रेस सांसद और पूर्व वित्तमंत्री पी. चिंदबरम ने कहा- “ये दुखद दिन है कि चुने हुए सांसदों को एक असंवैधानिक काम करने को कहा जा रहा है. ये बिल असंवैधानिक है.सरकार कह रही है कि 130 लोग इसका समर्थन कर रहे हैं, जबकि सच ये है कि पूरा पूर्वोत्तर जल रहा है. अगर ये बिल पास हुआ तो इस सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी और मुझे भरोसा है कि सुप्रीम कोर्ट के जज इसे रद्द कर देंगे.”
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने राज्यसभा में कहा है कि पता नहीं अमित शाह इतिहास की कौनसी किताब पढ़ते हैं. शाह ने लोकसभा में कहा था कि नागरिकता बिल लाने की जरूरत नहीं पड़ती अगर कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश के बंटवारे को मंजूरी नहीं दी होती. सिब्बल ने कहा, "दो देशों की थ्योरी हमारी नहीं थी. वो सावरकर ने दी थी. मैं चाहता हूं कि गृह मंत्री उस आरोप को वापस लें. हम एक ही देश में विश्वास रखते हैं."
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि अगर पीएम मोदी को पाकिस्तान की भाषा पसंद नहीं है तो उसे खत्म करें. इस बिल को लेकर पूरे नॉर्थ-ईस्ट में हिंसा हो रही है. वो भी देश के नागरिक हैं. घुसपैठियों और शरणार्थियों में फर्क है. उन्होंने कहा कि क्या लाखों करोड़ों लोगों को वोटिंग का अधिकार देंगे? हमारे देश में लाखों कश्मीरी पंडितों के मन में भी उम्मीद जगी थी कि उन्हें वापस भेजा जाएगा.
संजय राउत ने कहा- ये कहा गया कि जो इस बिल को समर्थन नहीं करता वो देशद्रोही है और समर्थन में नहीं है वो देशभक्त है. देश की जनता ने सभी को वोट किया है. ये पाकिस्तान के नागरिकों की संसद नहीं है.
नागरिकता बिल पर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि इस बिल में बाकी पड़ोसी देशों की बात क्यों नहीं की जा रही है. इस बिल में श्रीलंका में रहने वाले हिंदू और भूटान में रहने वाले ईसाई इसमें क्यों शामिल नहीं हैं? चिदंबरम ने एक बार फिर कोर्ट का जिक्र किया और बताया कि अभी सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले की चर्चा होगी. उन्होंने ये भी सवाल उठाया कि इस बिल के लिए धर्म को क्यों आधार बनाया गया है.
नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने नागरिकता बिल को राज्यसभा में समर्थन दिया है. जेडीयू सांसद रामचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि "मैं इस बिल का समर्थन करता हूं. ये बिल बिल्कुल स्पष्ठ है.”
टीएमसी सांसद डेरेक ओ-ब्रायन ने नागरिकता बिल पर चर्चा के दौरान कहा कि बीजेपी वादे करने में माहिर है, लेकिन उतनी ही माहिर वादे तोड़ने में भी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की नींव झूठ, झांसा और जुमले पर टिकी हुई है.
नागरिकता बिल को राज्यसभा में पेश किया गया है. अब इस बिल पर राज्यसभा में 6 घंटे तक बहस चलेगी. राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन ने बताया कि इस पूरी चर्चा में सदन के कुल 48 सदस्य अपनी बात रखेंगे.
बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्यसभा में नागरिकता बिल पर कहा कि इस बिल के सूत्रधार अमित शाह हैं. मैं उन्हें बधाई देना चाहता हूं. भारत में मुलमानों को बराबरी का अधिकार है. इस बिल से अन्याय में जी रहे लोगों को सम्मान के साथ जीने का रास्ता मिलेगा.
नागरिकता संशोधन विधेयक पर आज राज्यसभा में चर्चा होगी. इसके लिए विपक्षी दलों ने पूरी तैयारी कर ली है. पार्टियों ने अपने सांसदों को इस दौरान उपस्थित रहने का नोटिस जारी किया है. इस बिल पर कांग्रेस के कपिल सिब्बल, टीएमसी के डेरेक ओब्रायन और समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव राज्यसभा में बोलेंगे. दोपहर 12 बजे से इस बिल पर चर्चा शुरू होगी.
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाया. उन्होंने इस मुद्दे पर पीएम मोदी को घेरा. चौधरी ने कहा कि पीएम मोदी हर मुद्दे पर बात करते हैं लेकिन दुर्भाग्य है कि वो महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध पर चुप रहते हैं. देश मेक इन इंडिया से अब रेप इन इंडिया की तरफ बढ़ रहा है.
लंबी बहस के बाद देर रात को लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास कर दिया गया. बिल के पक्ष में 311 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में 80 वोट पड़े.
लोकसभा में सिटिजनशिप बिल पर बहस के दौरान AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिल की कॉपी फाड़ दी.
टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने लोकसभा में कहा कि स्वामी विवेकानंद सिटिजनशिप बिल से हैरान हो जाते क्योंकि ये उनके भारत के खिलाफ है. बनर्जी ने कहा, "बीजेपी का भारत का विचार बांटनेवाला है. अगर हम महात्मा गांधी के विचारों को नकार देंगे और सरदार पटेल की बातों पर ध्यान नहीं देंगे तो ये देश के लिए विनाशकारी होगा."
सिटिजनशिप बिल पर लोकसभा में बहस के दौरान कांग्रेस के मनीष तिवारी ने इसे असंवैधानिक और बराबरी के अधिकार के खिलाफ बताया. तिवारी ने कहा, "ये बिल संविधान के आर्टिकल 14, 15, 21, 25 और 26 के विरुद्ध है."
सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल पर बहस के दौरान लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि मणिपुर को इनर लाइन परमिट सिस्टम में शामिल किया जा रहा है. शाह ने राज्य के लोगों की तरफ से पीएम मोदी को इसके लिए शुक्रिया भी कहा.
सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल पर बहस के दौरान लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि इसके पीछे कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है और किसी के साथ अन्याय नहीं होगा.
नागरिकता संशोधन विधेयक को गृहमंत्री अमित शाह ने पेश करने का प्रस्ताव रखा. जिसके बाद लोकसभा में इसे पेश किए जाने को लेकर वोटिंग कराई गई. जिसमें इस बिल के पक्ष में 293 सदस्यों ने वोट किया. वहीं इस बिल के खिलाफ 82 वोट पड़े. इस वोटिंग के बाद यह बिल लोकसभा में पेश हो गया.
नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- स्पीकर जी मैं आपसे अपील करता हूं कि ऐसे कानूनों से देश को बचाइए. उन्होंने कहा कि देश के साथ गृहमंत्री को भी बचाने की जरूरत है. नहीं तो हिटलर जैसे लोगों के साथ उनका नाम लिया जाएगा.
नागरिकता संशोधन विधेयक को पेश करने के बाद जवाब देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ये बिल संविधान की मूल भावना के खिलाफ नहीं है. उन्होंने आगे कहा-
टीएमसी सांसद सौगता रॉय ने नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर कहा- कश्मीर में आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने के वक्त कहा गया था कि वन नेशन वन लॉ, लेकिन अब गृहमंत्री कह रहे हैं किए सबके लिए अलग नियम हैं. नागरिकता संशोधन बिल में ऐसा ही हो रहा है.
लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता विधेयक पेश किया. उन्होंने कहा कि वो इस बिल पर विस्तृत चर्चा के लिए तैयार हैं. शाह ने कहा कि इस बिल को लेकर जिसके जो भी सवाल होंगे वो उनका जवाब देंगे, विपक्षी दल वॉकआउट न करें.
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और सासंद अखिलेश यादव ने नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध किया है. उन्होंने कहा- हम इस विधेयक के खिलाफ हैं. हमारी पार्टी हर कीमत पर इस बिल का विरोध करेगी.
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करते हुए नोटिस दिया है. उन्होंने सदन में नोटिस देते हुए कहा कि यह बिल समानता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन करता है.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद सांतनू सेन ने राज्यसभा में जीरो आवर नोटिस दिया है. उन्होंने 'पश्चिम बंगाल' का नाम सिर्फ 'बंगाल' किए जाने पर ये नोटिस दिया है.
लोकसभा में आज नागरिता संशोधन विधेयक को पेश किया जाएगा. नागरिकता संशोधन विधेयक पर कई विपक्षी दल पहले ही अपना विरोध जता चुके हैं. इसलिए आज संसद में हंगामे के भी आसार हैं. वहीं असम में इसे लेकर प्रदर्शन शुरू हो चुके हैं. कई संगठनों ने असम में बंद बुलाया है.
उन्नाव रेप सर्वाइवर को आग के हवाले करने के मामले पर प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा से वॉकआउट किया.
लोकसभा में आज दो अहम बिलों को पास कराने के लिए उन पर चर्चा की जाएगी. इन बिलों में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण बिल, 2019 और शस्त्र (संशोधन) बिल, 2019 शामिल हैं.
जया बच्चन ने कहा, ''ये क्या हो रहा है? अगर हम बहुत सख्त शब्द यूज करते हैं तो हमें कहा जाता है कि आपको ये नहीं बोलना चाहिए था''
एक दिन पहले ही जमानत पर तिहाड़ जेल से बाहर आए पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम आज सुबह संसद पहुंचे. चिदंबरम दूसरे कांग्रेस नेताओं के साथ प्याज पर हो रहे प्रदर्शन में शामिल हुए. पिछले कई दिनों से आसमान छूती प्याज की कीमतों से आम लोग परेशान है. संसद में भी कई दिन से विपक्ष इस पर प्रदर्शन कर रहा है.
चर्चित नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी पास हो चुका है. गृहमंत्री अमित शाह ने इस विधेयक को सदन में पेश किया और कहा कि उन्होंने अपने चुनावी घोषणापत्र का वादा पूरा किया है. कांग्रेस समेत कई दलों ने इस बिल का विरोध किया, लेकिन आखिरकार बिल पास करा लिया गया. इस बिल को लेकर असम और त्रिपुरा में जमकर प्रदर्शन चल रहे हैं.
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 18 नवंबर से चल रहा है, जिसके 13 दिसंबर तक चलने की उम्मीद है. इस सत्र में सरकार नागरिकता संशोधन विधेयक के अलावा भी कई अन्य महत्वपूर्ण विधेयकों को पेश करेगी.
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