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दिल्ली से लखनऊ तक बाया एक्सप्रेस-वे सफर तय करने के लिए आपको अपनी जेब थोड़ी ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. अब आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर भी टोल चार्ज लगना शुरू हो जाएगा. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सप्रेस-वे से आगरा से लखनऊ तक के सफर के लिए 500 रुपये का टोल चुकाना होगा. ऐसे में अगर आप दिल्ली से लखनऊ तक एक्सप्रेस-वे पर सफर करते हैं, तो आपको पूरे 915 रुपये चुकाने होंगे.
अखिलेश सरकार के दौरान बना 302 किलोमीटर लंबा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे देश का सबसे ज्यादा दूरी वाला एक्सप्रेस-वे है. इस एक्सप्रेस वे पर दो टोल प्लाजा हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रीयल डेवेलेपमेंट अथॉरिटी संचालित करेगी.
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक बाया यमुना एक्सप्रेस-वे पहुंचने के लिए (कार) को 415 रुपये चुकाने होते हैं. इसके आगे आगरा से लखनऊ तक बने नए एक्सप्रेस-वे पर सफर करने के लिए 500 रुपये चुकाने होंगे. ऐसे में अगर आप कार के जरिए दिल्ली से लखनऊ तक का सफर एक्सप्रेस-वे से तय करते हैं तो आपको कुल 915 रुपये का टोल चार्ज चुकाना होगा.
हालांकि, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का टोल टैक्स अभी तक तय नहीं हुआ है. लेकिन जल्द ही इसे निर्धारित कर लिया जाएगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का काम पूरा नहीं हो सका है. एक्सप्रेस-वे पर टॉयलेट, रेस्टोरेंट और पेट्रोल पंप बनना बाकी है. अथॉरिटी के एक अधिकारी ने बताया कि रेस्टोरेंट और होटल्स का काफी अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा, जबकि पेट्रोल पंप मार्च तक बन जाएंगे.
उत्तर प्रदेश इंडस्ट्रीज मिनिस्टर सतीश महाना के मुताबिक, शुरुआती दो महीनों तक राज्य सरकार टोल कलेक्शन करेगी. इसके बाद टोल कलेक्शन के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे.
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट था. अखिलेश यादव ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का शुभारंभ 21 नवंबर 2016 को किया था. इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से आगरा से लखनऊ तक का सफर तय करने में लगने वाले वक्त में कमी आई है. इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने के बाद आगरा से लखनऊ पहुंचने में करीब चार घंटे का वक्त लगता है, जबकि दिल्ली से लखनऊ पहुंचने में करीब छह घंटे का वक्त लगेगा.
फिलहाल, करीब 11,500 वाहन हर रोज एक्सप्रेस-वे पर दौड़ते हैं. इस एक्सप्रेस-वे का एयरस्ट्रिप के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा चुका है.
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