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''ये मक्कारी, ये विश्वासघात है, हम चुप नहीं बैठेंगे. अगर जज ही ऐसा काम करेगा तो हम लोग क्या करेंगे?'' ये कहना है कि पहलू खान के परिवार और गवाह का. पहलू खान लिंचिंग केस के गवाह अजमत ही नहीं पहलू खान के बेटे इरशाद और आरिफ भी कोर्ट के फैसले के बाद ठगा महसूस कर रहे हैं. मामले के 6 आरोपी अलवर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से बरी हुए तो क्विंट ने अजमत और पहलू खान के परिवार से बात की. परिवार ने जांच एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं.
सुनवाई के बाद अजमत को पहलू खान के परिवार के साथ मौके से निकलना पड़ा. उन्होंने बताया, ''लोग इकट्ठे हो रहे थे और हल्ला कर रहे थे वहां, तमाशा हो रहा था तो हम निकल गए.'' एक कार में अजमत के साथ पहलू खान के परिजन दुख में डूबे हुए बैठे थे. अजमत के मुताबिक, खान की पत्नी कुछ बोल नहीं रही थीं, वह स्तब्ध थीं.
एक आरोपी के वकील हुकुम चंद शर्मा ने कहा, ''ये लोग जो राजनीतिक रोटियां सेंक रहे थे, ये फैसला उन पर करारा तमाचा है.'' शर्मा ने इस फैसले को ऐतिहासिक जीत बताया.
दोनों पक्षों के वकीलों ने बताया कि जज सरिता स्वामी ने आरोपियों को 'संदेह के लाभ' के आधार पर बरी किया है. इस फैसले से पहलू खान के बड़े बेटे इरशाद भी स्तब्ध हैं. हालांकि उन्होंने कहा, ''हम इस मामले को आगे ले जाएंगे. हम ऊंची अदालतों का रुख करेंगे. हम हार नहीं मानेंगे. किसी को दोषी साबित होना होगा. काफी ज्यादा सबूत थे.''
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