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हाथरस मामले के बाद अब तमाम राजनीतिक दलों के नेता पीड़ित परिवार से मिलने पहुंच रहे हैं. इसी बीच आम आदमी पार्टी की तरफ से भी एक डेलीगेशन हाथरस पहुंचा, जिसमें पार्टी के सांसद संजय सिंह भी मौजूद थे. लेकिन मीडिया से बातचीत के दौरान एक शख्स ने संजय सिंह की ओर काली स्याही फेंक दी. जिसके बाद सांसद समेत तमाम नेताओं के कपड़े और मास्क स्याही से खराब हो गए. बताया जा रहा है कि स्याही फेंकने वक्त शख्स ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को पीएफआई का एजेंट बताया.
जब आम आदमी पार्टी के सांसद और अन्य नेता अपना इंटरव्यू दे रहे थे तो वो शख्स मीडिया के नजदीक पहुंचा और उसने अचानक जेब से एक स्याही की बोलत निकालकर सांसद संजय सिंह की तरफ फेंक दी. स्याही फेंके जाने के बाद वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने उसे जमकर पीटा और बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इस शख्स का नाम दीपक शर्मा बताया जा रहा है, उसने स्याही फेंकने के दौरान "पीएफआई की फंडिंग करने वालों वापस जाओ, वापस जाओ" के नारे भी लगाए.
सांसद संजय सिंह और अन्य नेताओं पर स्याही फेंके जाने की घटना के बाद आम आदमी पार्टी के ट्विटर हैंडल से तस्वीरें शेयर की गईं. जिसमें पार्टी ने कहा कि यूपी में रावणराज चल रहा है. इस ट्वीट में लिखा गया,
“बलात्कार पीड़िता के परिवार से मिलने के बाद राज्यसभा सांसद संजय सिंह पर भाजपा कार्यकर्ता द्वारा स्याही फेंकी गई. भाजपा सांसद बलात्कारियों से मिलने जेल पहुंच जाते हैं और जब संजय सिंह पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे तो उन पर स्याही फेंकी जाती है. इसे रावणराज न कहे तो क्या कहें?”
बता दें कि हाथरस में 14 सितंबर को एक 20 साल की युवती के साथ दरिंदगी हुई और 15 दिन बाद उसकी मौत हो गई. पुलिस पर आरोप लगा कि उसने मामले में लापरवाही बरती, परिवार की मर्जी के बिना शव का आधी रात में अंतिम संस्कार कर दिया गया. इसके बाद 5 पुलिस अधिकारी सस्पेंड भी हुए. मामले की गंभीरता को देखते हुए तमाम नेताओं ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की. लेकिन अब यूपी सरकार के खुफिया विभाग ने जानकारी दी है कि हाथरस में दंगों की साजिश हुई थी और इसके लिए विदेश फंडिंग भी हुई. खुद सीएम योगी ने इस बात का जिक्र किया. हालांकि कांग्रेस ने इसे हास्यास्पद बताया है.
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