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पेट्रोल के बढ़ते दाम पर भले ही सरकार ने चिंता जताई हो, लेकिन उस चिंता का कोई नतीजा सामने नहीं आया है. आज 11वें दिन भी पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी देखने को मिली. आज दिल्ली में पेट्रोल अपना सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 77.47 रुपये पहुंच गया है. मुंबई में आज पेट्रोल 85.29 रुपये प्रति लीटर है. दिल्ली में डीजल की कीमत 68.53 रुपये प्रति लीटर है. वहीं मुंबई में डीजल की कीमत 72.96 रुपए प्रति लीटर है.
बता दें कि पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों ने मनमोहन सिंह सरकार के समय का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है. यूपीए-2 के दौरान मनमोहन सिंह सरकार में पेट्रोल की सबसे ज्यादा कीमत सितंबर 2013 में 76.06 रुपये प्रति लीटर दर्ज की गई थी.
बता दें कि तेल कंपनियों ने कर्नाटक चुनाव के दौरान 19 दिन तक तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया था. लेकिन 14 मई 2018 से पेट्रोल-डीजल के दाम फिर से बढ़ने लगे. 14 मई से अब तक दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल के दाम में 2 रुपये 84 पैसे तक का इजाफा हो चुका है.
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की मीटिंग हुई. कैबिनेट की मेटिंग के बाद कानून और आईटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा,
हालांकि रवि शंकर प्रसाद ने दाम कबतक कम होगा और कैसे कम होगा इन उपायों के बारे में बताने से इनकार किया.
वहीं इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता नितिन गडकरी ने पेट्रोल डीजल की कीमतों को कम किए जाने की मांग पर कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सब्सिडी देकर दाम कम किए जाने का मतलब होगा सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में कमी करना. पेट्रोल डीजल की कीमत कम करना संभव नहीं है क्योंकि भारत अब वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़ा हुआ है.
कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने तेल की लगातार बढ़ती कीमतों के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. पूर्व वित्त मंत्री ने दावा किया कि तेल की कीमतें 25 रुपये प्रति लीटर तक कम की जा सकती हैं, लेकिन सरकार अपने फायदे के लिए कीमतें कम नहीं कर रही.
बता दें, पिछले चार साल में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 28 डॉलर प्रति बैरल तक गिरी थी. लेकिन अब बढ़ते हुए 80 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई है.
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