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इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारतीय दौरे के दूसरे दिन कहा कि हमारी दोस्ती में अब कुछ नया हो रहा है. हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी और नेतन्याहू की हुई बैठक में भारत और इजरायल के बीच साइबर सुरक्षा, तेल और गैस क्षेत्र में सहयोग समेत नौ समझौते हुए.
इस बैठक में इजरायली पीएम ने प्रधानमंत्री मोदी को क्रांतिकारी नेता बताया और कहा कि यहूदियों को भारत ने हमेशा गले लगाया. इजरायली पीएम को उनके दौरे के दूसरे दिन राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद नेतन्याहू महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने राजघाट पहुंचे. राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत सम्मान के बाद नेतन्याहू ने कहा कि उनका भारत दौरा बहुत अहम है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण की शुरुआत हिब्रू में की. उन्होंने हिब्रू में स्वागत करते हुए कहा, “मेरे अच्छे दोस्त का भारत में स्वागत है. 25 साल की ये दोस्ती काफी अहम है. नेतन्याहू के भारत आने पर खुशी हुई.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में इजरायल के पीएम नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा का स्वागत किया. इसके बाद नेतन्याहू को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. गार्ड ऑफ ऑनर के बाद बेंजामिन ने पीएम मोदी की तारीफ की. उन्होंने कहा कि शांति और खुशहाली के लिए दोनों देशों की साझेदारी अहम है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के इजरायल दौरे से हमारी दोस्ती शुरू हुई.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू रविवार को 6 दिनों के दौरे पर भारत पहुंचे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को प्रोटोकॉल तोड़कर अपने इजरायली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू से गले मिलकर दिल्ली एयरपोर्ट पर पूरी गर्मजोशी से स्वागत किया था. इसके अलावा पीएम मोदी ने नेतन्याहू के लिए डिनर का भी आयोजन किया था. अब दौरे के दूसरे दिन सोमवार को दोनों नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर बातचीत होगी.
इजरायली पीएम का दौरा इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि उनकी भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, तेल, गैस, रिन्यूवेबल एनर्जी, एयरपोर्ट्स के लिए संशोधित प्रोटोकॉल, साइबर सुरक्षा और फिल्मों के निर्माण जैसे क्षेत्रों में कई एमओयू पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत-इजरायल संबंधों को ‘स्वर्ग में बनी जोड़ी' जैसा बताया. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में यरूशलम मुद्दे पर भारत द्वारा इजरायल के खिलाफ वोट किए जाने से उनके देश को ‘निराशा' हुई. लेकिन इससे दोनों देशों के संबंधों पर फर्क नहीं पड़ेगा.
नेतन्याहू ने ‘इंडिया टुडे' से एक इंटरव्यू में कहा, ‘‘हां, स्वाभाविक तौर पर हम निराश हुए, लेकिन यह यात्रा इस बात का प्रमाण है कि हमारे रिश्ते कई मोर्चों पर आगे बढ़ रहे हैं.''
पिछले महीने भारत उन 127 देशों में शामिल था, जिन्होंने यरूशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देने के अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया फैसले के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र महासभा में लाये गए प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया था.
नरेंद्र मोदी को ‘महान नेता' बताते हुए नेतन्याहू ने कहा कि उनके भारतीय समकक्ष ‘अपने लोगों के भविष्य के लिए उत्सुक हैं।''
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