advertisement
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीलंका के दो दिन के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां वो सबसे बड़े बौद्ध उत्सव माने जाने वाले अंतरराष्ट्रीय वेसाक दिवस समारोह पर मुख्य अतिथि होंगे.
अपनी यात्रा पर श्रीलंका रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘‘पिछले दो सालों में यह मेरी दूसरी यात्रा होगी और यह हमारे मजबूत संबंधों का प्रतीक है.'' उन्होंने कहा कि गुरुवार से शुरू होने वाली श्रीलंका की उनकी यात्रा दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों का प्रतीक है और यह बौद्ध धर्म की साझा विरासत को सामने लाती है.
कोलंबो एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी के लिए खास तैयारियां की गई थी. उनकी अगवानी श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने की. प्रधानमंत्री मोदी श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरीसेना के आमंत्रण पर श्रीलंका गए हैं.
प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का यह दूसरा श्रीलंका दौरा है. दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री का ये दौरा खास भूमिका निभा सकता है. हालांकि कोई आधिकारिक द्विपक्षीय बातचीत की योजना नहीं है लेकिन दौरे से भारत-श्रीलंका के संबंधों को तेजी मिलेगी.
वेसाक दिवस समारोह के तहत प्रधानमंत्री मोदी, श्रीलंकाई प्रधानमंत्री के साथ कोलंबो के गंगारमैया मंदिर पहुंचे और वहां पूजा अर्चना की.
ये पूजा अंतरराष्ट्रीय वेसाक दिवस समारोह से पहले होने वाली परंपरा है. 120 साल पुराना गंगारमैया मंदिर श्रीलंका के सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है.
बता दें कि श्रीलंका अंतरराष्ट्रीय वेसाक दिवस की पहली बार मेजबानी कर रहा है. वेसाक दिवस भगवान बुद्ध के जन्म, उन्हें बुद्धत्व की प्राप्ति और उनके महापरिनिर्वाण के संदर्भ में मनाया जाता है. इस साल के समारोह की थीम समाज कल्याण और विश्व शांति के लिए बुद्ध के संदेश है.
गंगारमैया मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना से मुलाकात की. मुलाकात के बाद मैत्रीपाला ने ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की है.
अपने दो दिन के दौरे में मोदी कैंडी मंदिर भी जाएंगे, जहां श्रीलंका का सबसे महत्वपूर्ण बौद्ध अवशेष, भगवान बुद्ध का एक दांत रखा हुआ है. इस मंदिर की छत सोने की है.
साथ ही प्रधानमंत्री मोदी पाल्लेकेले में श्रीलंकाई अंतरराष्ट्रीय बौद्ध एकेडमी में कांड्यान नृत्य विभाग की आधारशिला रखेंगे. यह कांड्यान नृत्य विभाग भारत की मदद से ही तैयार होगा.
मोदी मध्य पहाड़ी जिले में भारत की मदद से बन रहे 150 बेड वाले मल्टी स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल का भी उद्धाटन करेंगे. इस जगह पर भारतीय मूल के तमिल चाय बागान मजदूर अधिक संख्या में रहते हैं. पीएम भारतीय मूल के तमिल समुदाय को भी संबोधित करेंगे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)