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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार 16 जनवरी को ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ के लिए एक्शन प्लान लॉन्च किया. इस योजना से देश में स्टार्ट-अप यानि नए कारोबारों को शुरू करने में सरकार की तरफ से मिलने वाली कई सहूलियतों का ऐलान किया गया है.
इस योजना की शुरुआत से कारोबार जगत और नए कारोबारियों को अपना नया कारोबार शुरू करने में काफी मदद मिलेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्शन प्लान लॉन्च करते हुए कहा कि चाय बेचने वाला मोदी कुछ कर पाए या ना कर पाए, लेकिन देश के करोड़ों नौजवान कुछ करें यह मेरी उम्मीद है.
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा कि आपको यह बताना होगा कि हमें क्या नहीं करना है. पिछले 70 सालों में हमने बहुत कुछ किया है और हम कहां पहुंचे? इस बार न करने का फैसला करें तो ये लोग 10 साल में देश को कहां पहुंचाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि विचारों के साथ जुट जाना जरूरी होता है, ऐसा करने वाले ही एक दिन कमाल करते हैं. मोदी ने भारत की खोज करने वाले कोलंबस का उदाहरण देते हुए कहा कि दुनिया को लगता है ये पागल है, लेकिन जो करता है वही जानता है कि क्या करना है. उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप करने वालों को सफलता जोखिम लेने की क्षमता और कुछ नया साहस दिखाने के इरादे से मिलती है.
मोदी ने युवा कारोबारियों से बात करते हुए कहा कि आप लोगों को देखकर मैं सोचता हूं कि एक चाय बेचने वाले ने होटल चेन की शुरुआत करने का विचार क्यों नहीं किया.
पीएम ने कहा कि भारत में बड़ी मात्रा में अनाज, फल-फूल, सब्जियां खराब हो जाती हैं, हमें ऐसी टेक्नोलॉजी पर ध्यान देना होगा जिससे इनका संरक्षण किया जा सकता है. यदि ऐसा हुआ तो दुनियाभर में करोड़ों लोगों का पेट भर जाएगा.
मोदी ने कहा कि हमें आईटी के दायरे से बाहर निकल कर भी इनोवेशन करना होगा. भारत जैसा ‘जुगाड़’ दुनिया में कहीं नहीं मिलेगा. लेकिन जुगाड़ से सिर्फ अपनी समस्या का समाधान ढूंढा जाता है, सबके लिये समाधान पर काम करना होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि युवाओं को नौकरी ढूंढने की मानसिकता से बाहर निकलना होगा और नौकरी देने की मानसिकता को अपनाना होगा. उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं है कि हमारी कंपनी में हजारों लोग काम करें, अगर हम पांच लोगों को भी काम दे पाते हैं तो उसी से हमारे देश का विकास हो जाएगा.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के पास करोड़ों समस्याएं हैं, लेकिन मुझे भरोसा है कि समस्याओं से दस गुना ज्यादा दिमाग भी हमारे पास हैं. हर स्टार्ट-अप में आने वाली समस्या के समाधान का इरादा भी होना चाहिये. किसी की जिंदगी में आने वाले बदलाव से संतोष मिलता है.
पीएम ने भारत की युवा शक्ति पर जोर देते हुए कहा हमारा देश सबसे ज्यादा युवा आबादी वाला देश है. अगर हम देश के लिये कुछ करने का सपना लेकर चलें तो हम बहुत कुछ कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि साइबर सिक्योरिटी आज दुनिया की सबसे बड़ी चिंता है, क्या भारत इस क्षेत्र में काम कर सकता है.
उन्होंने कहा कि हैंडीक्राफ्ट उत्पादों के लिये भी एप्लीकेशन तैयार करना चाहिये, जिससे इसका निर्माण करने वालों से सीधे कनेक्टिविटी मिलेगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि स्टार्ट-अप की दुनिया सिर्फ तकनीकी तक ही सीमित नहीं है इसके अलावा भी बहुत कुछ किया जा सकता है.
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