Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर दबाव में न आएं राज्य- PM मोदी

बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर दबाव में न आएं राज्य- PM मोदी

पीएम मोदी ने कहा- फिलहाल देश में संपूर्ण लॉकडाउन की जरूरत नहीं

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
i
null
null

advertisement

देशभर में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, हमें माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर फोकस करना चाहिए. कोरोना को रोकने के लिए हमें टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट पर ध्यान देना होगा. इस दौरान पीएम मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना पर लगाम लगाने के लिए सुझाव भी मांगे. पीएम ने कहा कि अभी संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं है.

70 फीसदी आरटी-पीसीआर टेस्टिंग का टारगेट

पीएम ने कहा कि, संख्या बढ़ने से चिंता मत कीजिए. राज्य को आलोचना की चिंता नहीं करनी चाहिए. आप लगातार टेस्टिंग ज्यादा कर रहे हैं, इसलिए संख्या बढ़ रही है. जिसे आलोचना करनी है वो करेगा. टेस्टिंग पर जोर देने के बाद ही हम इसका उपाय कर पाएंगे. हमारा टारगेट 70 फीसदी आरटी-पीसीआर टेस्टिंग का है.

कुछ लैब सभी लोगों को नेगेटिव दे रही है, वहीं कुछ लोगों को पॉजिटिव बता रही है. इसे रोकना होगा. लैब्स में शिफ्ट में काम किया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि हर कंटेनमेंट जोन में कोई भी बिना टेस्टिंग के नहीं रहना चाहिए. कम से कम 72 घंटे में 30 लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करनी होगी. कंटेनमेंट जोन बनाने में ये नहीं होना चाहिए कि पूरे मोहल्ले सील कर दो, इसके लिए सिर्फ कुछ फ्लैट को ही देखें. हमें ये सुनिश्चित करना है कि कोरोना को लेकर सुस्ती नहीं आने देनी है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

मृत्यु दर को लेकर एनालिसिस जरूरी

पीएम मोदी ने कहा कि, चर्चा के दौरान मृत्यु दर पर भी चिंता जताई. इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है. इसका कारण है कि लोग इसे मामूली समझते हैं और हालत बिगड़ने पर ही हॉस्पिटल आते हैं. जहां टेस्टिंग होती है. ये देखना जरूरी है कि किस स्टेज में बीमारी का पता चला, मौत के पीछे क्या-क्या कारण रहे. ये पूरा डेटा देखना होगा. एम्स दिल्ली हर मंगलवार और शुक्रवार को वेबिनार आयोजित करता है. वैक्सीनेशन को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि,

“दुनियाभर के समृद्ध देशों ने भी वैक्सीनेशन के लिए क्राइटेरिया तय किया है, भारत उससे अलग नहीं है. वैक्सीन डेवलेपमेंट को लेकर लगातार काम चल रहा है. हम किसी एक राज्य में सारा माल नहीं रख सकते हैं. इसका मैनेजमेंट करना होगा. वैक्सीन का वेस्टेज भी रोकना जरूरी है. राज्यों के सुझाव से ही रणनीति बनी है. मेरा अनुरोध है कि 45 साल से ऊपर से सभी लोगों को वैक्सीन देने की कोशिश कीजिए. पहले इसे अचीव कीजिए.”

युवाओं को वैक्सीनेशन में करनी चाहिए मदद

पीएम मोदी ने कहा कि, 11 से लेकर 14 अप्रैल तक पूरे देश में टीका उत्सव मनाया जाए. जिसमें 45 साल से ऊपर के सभी व्यक्तियों को टीका लगाने के लिए प्रेरित किया जाए. जितना हम लोग युवाओं को वैक्सीन देना चाहते हैं, उतना हम उनका इस्तेमाल पहले जागरुक करने में करें.

पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए एक डिजिटल व्यवस्था बनाई है. लेकिन इससे जुड़ने में गरीबों को जैसे भी परेशानी आ रही है, ऐसे परिवारों को मदद करने के लिए नौजवान आगे आ सकते हैं. उन्हें लोगों की मदद करनी चाहिए.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT