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सेना ने कश्मीर घाटी में मंगलवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए चार जवानों को श्रद्धांजलि दी. इस मुठभेड़ में मेजर सतीश दहिया, राइफलमैन रवि कुमार, पैराट्रूपर धर्मेंद्र कुमार और गनर अाशुतोष आतंकियों से शहीद हो गए थे.
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा, ‘‘31 साल के मेजर दहिया ने हंदवाड़ा में सेना के अभियान का नेतृत्व किया था. इस अभियान में तीन आतंकी मारे गए जो उत्तरी कश्मीर में आतंकी नेटवर्क के लिए तगड़ा झटका है.”
राइफलफैन रवि कुमार जम्मू एवं कश्मीर के सांबा जिले के रहने वाले थे. वह हाजिन के एक और अभियान का हिस्सा थे, जिसमें एक आतंकवादी को मार गिराया गया था. उनके परिवार में पत्नी और तीन साल की बेटी है.
गनर आशुतोष कुमार उत्तरप्रदेश के जौनपुर के रहने वाले थे. उनके परिवार में उनकी मां हैं. उनके पिता हवलदार लाल साहिब करगिल युद्ध के दौरान शहीद हो गए थे. उनके पिता के शहीद होने की घटना ने कुमार को 19 साल की उम्र में सेना में भर्ती होने की हिम्मत दी थी.
पैराट्रूपर धर्मेंद्र कुमार उत्तराखंड के नैनीताल के रहने वाले थे. धर्मेंद्र भी इस अभियान का हिस्सा थे. 26 साल के धर्मेंद्र की शहादत के बाद परिवार में अब सिर्फ उनके माता-पिता हैं.
शहीदों के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक स्थानों पर ले जाया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राइफलमैन रवि कुमार, पैराट्रूपर धर्मेद्र कुमार और गनर अाशुतोष कुमार को बदामीबाग छावनी में श्रद्धांजलि दिया.
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