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PM Modi in US: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमेरिका में एक-दूसरे के लिए "अत्यधिक सम्मान" है क्योंकि "हम लोकतांत्रिक हैं और लोकतांत्रिक संस्थानों का विस्तार करना अमेरिका और भारत के डीएनए में है".
जब भारत में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के दावों और भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन के बारे में सवाल किया गया, तो पीएम मोदी ने कहा, "मुझे आश्चर्य है कि आप कह रहे हैं कि लोग कहते हैं. लोग कहते हैं नहीं बल्कि भारत लोकतांत्रिक है."
जो बाइडेन ने प्रेस की स्वतंत्रता का भी उल्लेख किया और कहा कि दोनों देश "स्वतंत्रता को महत्व देते हैं और सार्वभौमिक मानवाधिकारों के लोकतांत्रिक मूल्यों का जश्न मनाते हैं जो दुनिया भर में प्रत्येक देश में चुनौतियों का सामना करते हैं."
संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हम साथ मिलकर असीमित क्षमता वाले साझा भविष्य के दरवाज़े खोल रहे हैं. स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में तेजी लाने के लिए अंतरिक्ष उड़ान पर सहयोग और क्वांटम कंप्यूटिंग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता/AI पर सहयोग की जरूरत है. एयर इंडिया द्वारा बोइंग विमान खरीदने के समझौते से अमेरिका में 10 लाख नौकरियों को मदद मिलेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-अमेरिका की व्यापार की निवेश साझेदारी दोनों देशों के लिए ही नहीं बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है.
भारत आर्टेमिस समझौते में शामिल होगा, जो समान विचारधारा वाले देशों को नागरिक अंतरिक्ष अन्वेषण/ सिविल स्पेस एक्सप्लोरेशन पर एक साथ लाता है. पीएम मोदी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा
पीएम मोदी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय मूल के 40 लाख से भी ज़्यादा लोग आज अमेरिका की प्रगति में योगदान दे रहे हैं. भारतीय और अमिरिकी हमारे संबंधों की असली ताकत है. इन संबंधों को और गहरा करने के लिए हम अमेरिका द्वारा बेंगलुरु और अहमदाबाद में वाणिज्य दूतावास खोलने के निर्णय का स्वागत करते हैं."
पीएम मोदी ने यहां कहा कि "आज की बैठक में हमने कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. इंडो-पैसिफिक में शांति और सुरक्षा, ये हमारी साझा प्राथमिकता है. हम एकमत हैं कि इस क्षेत्र का विकास और सफलता पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण हैं. हमने क्वाड पार्टनरशिप के साथ मिलकर इस क्षेत्र के सभी देशों के साथ अपना समन्वय बढ़ाने पर विचार साझा किए हैं."
यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा कि कोविड महामारी और यूक्रेन संघर्ष से ग्लोबल साउथ के देश विशेष रूप से पीड़ित हुए हैं. हमारा मत है कि इन समस्याओं के समाधान के लिए सभी देशों का एकजुट होना अनिवार्य है. यूक्रेन के घटनाक्रम की शुरूआत से ही भारत ने वार्ता और कूटनीति के माध्यम से इस विवाद को सुलझाने पर जोर दिया है.
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