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चीन में कोरोनावायरस संक्रमण ने महामारी का रूप ले लिया है. इससे मरने वालों की कुल संख्या 7 फरवरी तक 722 पहुंच गई है. चीन के वुहान प्रांत में इसका प्रकोप ज्यादा है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संकट की घड़ी में चीन के साथ एकजुटता व्यक्त की है.
इसके अलावा पीएम मोदी ने चीन के हुबेई प्रांत से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए जिनपिंग सरकार की दी गई सुविधा को भी सराहा है.
चीन से वापस लाए गए सभी 645 भारतीय कोरोनावायरस से पूरी तरह से सुरक्षित पाए गए हैं. इन सभी 645 भारतीयों में कोई वायरस नहीं पाया गया है. ये वे भारतीय हैं जो कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच चीन के वुहान प्रांत में फंस गए थे. भारत सरकार की पहल पर इन भारतीयों को दो फरवरी की सुबह विशेष विमान के जरिए दिल्ली लाकर कैंपों में रखा गया था.
वुहान से भारत लौटने वाले इन लोगों में ज्यादातर छात्र शामिल हैं, जो पढ़ाई के लिए गए थे. इनमें 399 छात्रों को बाहरी दिल्ली स्थित आईटीबीपी के छावला कैंप और शेष सभी लोगों को मानेसर स्थित सेना के कैंप में रखा गया है.
चीन में अभी तक कुल 34,546 लोगों के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि चीन में इस वायरस की वजह से 7 फरवरी को 86 लोगों की मौत हो गई. इनमें से 81 लोगों की मौत हुबेई प्रांत और उसकी प्रांतीय राजधानी वुहान में हुई. इसके अलावा हीलॉन्गजियांग में दो, बीजिंग, हेनान आौर गांन्सु में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई.
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