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प्रधानमंत्री सरकारी विज्ञापन में तो दिखते ही थे अब प्राइवेट कंपनी के विज्ञापन में भी दिखने लगे हैं. पहले रिलायंस जिओ और अब ई कॉमर्स कंपनी पेटीएम के विज्ञापन पर. 500 और 1000 रुपये के नोट के बंद होने के बाद ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी पेटीएम ने आज कई अखबारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के साथ फुल पेज एड छपवाया है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस विज्ञापन के लेकर पीएम पर सवाल भी उठाया है. केजरीवाल ने ट्वीट कर पीएम से पूछा कि ‘डील क्या है?’
प्रधानमंत्री ने 9 नवम्बर से भरष्टाचार और कालेधन को रोकने के लिए 500 और 1000 रुपये का नोट बंद कर दिया था, उसके बाद से ही पेटीएम के कारोबार में भारी उछाल देखने को मिल रहा था. और इसी फायदे को देखते हुए पेटीएम ने प्रधानमंत्री की तस्वीर के साथ अखबारों में फुल पेज विज्ञापन दिया है.
पेटीएम ने बड़ी चतुराई से प्रधानमंत्री के फोटो का इस्तेमाल किया है. इस विज्ञापन में प्रधानमंत्री को बधाई देते हुए लिखा गया है कि ‘आजाद भारत की फाइनेंशियल हिस्ट्री में सबसे बड़ा कदम उठाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया.’ 500 और 1000 रुपये के नोट के बंद होने के साथ-साथ सरकार ने सभी एटीएम मशीन को बंद कर दिया है इसी को देखते हुए पेटीएम ने अपने विज्ञापन में लिखा है अब एटीएम नहीं पेटीएम करो.
प्रधानमंत्री के पेटीएम के ऐड में आने के बाद आम आदमी पार्टी को नरेंद्र मोदी पर हमला बोलने का एक और मौका मिल गया है. अरविंद केजरीवाल ने कहा प्रधानमंत्री के नोट बंद करने के फैसले से सब से जायद फायदा पेटीएम को हुआ है. और अब दूसरे दिन प्रधानमंत्री पेटीएम के ऐड में दिख रहे हैं. पेटीएम के साथ क्या डील है प्रधानमंत्री जी?
मामले में एक और पेंच
500 और 1000 रूपये के नोट बंद करने का ऐलान प्रधानमंत्री ने 8 नवम्बर की रात 8 बजे किया था लेकिन पे टी एम ने ठीक अगले दिन 9 नवम्बर को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तस्वीर वाली ऐड अखबारों में दे दिया था. इसी बात पर आमआदमी पार्टी से अलग हुए वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण यह सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है कि आश्चर्य की बात यह है कि प्रधानमंत्री रात 8 बजे नोटों के विमुद्रीकरण का ऐलान करते हैं और अगले दिन पे टी एम प्रधानमंत्री के फोटो के साथ फ्रंट पेज ऐड करता है. क्या पे टी एम को पहले से पता था? कुछ गड़बड़ है?
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