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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस के मौके पर लोगों को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने उदाहरण देते हुए स्किल, री-स्किल और अपस्किल का मतलब समझाया. इसके अलावा पीएम मोदी ने एक मैकेनिक का किस्सा सुनाकर स्किल की ताकत भी बताई.
पीएम मोदी ने कहा, ‘’स्किल की क्या ताकत होती है इससे जुड़ा हर किसी का कोई ना कोई अनुभव होगा, मुझे भी आज एक पुरानी घटना याद आ रही है. ये तब की बात है कि जब मैं युवावस्था में ट्राइबल बेल्ट में एक वॉलनटिअर के रूप में काम करता था. एक बार एक संस्था के लोगों के साथ बाहर जाना था, उनकी जीप में हम सब जाने वाले थे, लेकिन सुबह जब निकलना था, उस समय जीप चली नहीं. हम सब लोगों ने काफी कोशिश की लेकिन गाड़ी चली नहीं.''
इसके आगे पीएम ने बताया, ''आखिरकार 7-8 बज गए तो किसी एक मैकेनिक को बुला लिया गया, उसने आकर कुछ इधर-उधर किया और दो मिनट में तो ठीक कर दिया. फिर उसको पूछा कि कितने पैसे, तो बोला- 20 रुपये. उस जमाने में 20 रुपये की कीमत बहुत होती थी. हमारे एक साथी ने कहा कि 2 मिनट का काम था और तुम 20 रुपये मांग रहे हो. उसका जवाब मुझे आज भी प्रेरणा देता है. मेरे मन में प्रभाव करता है. उस अनपढ़ मैकेनिक ने कहा- साहब, 2 मिनट का रुपया नहीं ले रहा हूं, 20 साल से काम करते-करते मैंने जो स्किल सीखी है, जो अनुभव जुटाया है, ये 20 रुपये उसके हैं. मैं समझता हूं यही होती है स्किल की ताकत.''
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा,
पीएम मोदी ने कहा, ''स्किल, री-स्किल और अपस्किल का ये मंत्र जानना, समझना,और इसका पालन करना, हम सभी के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है.''
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