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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान दौरे पर हैं. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा हुई और द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत बनाने पर चर्चा हुई.
2014 के बाद सम्मेलन के लिए मोदी की यह तीसरी यात्रा है और आबे के साथ 12वीं बैठक है. जापान सिर्फ भारत से वार्षिक द्विपक्षीय बैठक करता है.
जापान की दो दिनों की यात्रा के बाद पीएम मोदी भारत के लिए रवाना हो चुके हैं.
पीएम मोदी ने कहा, “भारत-जापान 2+2 डायलॉग के लिए सहमत हो गए हैं. इस 2+2 डायलॉग का उद्देश्य दुनिया में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देना है.”
पीएम मोदी ने कहा-
पीएम मोदी ने कहा, “जापान ने भारत में 2.5 बिलियन डॉलर के निवेश का ऐलान किया है. इससे भारत में करीब 30000 लोगों को रोजगार मिलेगा.”
पीएम मोदी ने कहा, अगर भारत और जापान सहयोग न करें, तो 21वीं सदी एशिया की नहीं हो सकती है. मोदी ने कई क्षेत्रों में अच्छी तरह से काम करने के लिए जापान की प्रशंसा की और उन्हें मेहमानदारी के लिए धन्यवाद दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान दौरे के दूसरे दिन आज राजधानी टोक्यो में 'मेक इन इंडिया, अफ्रीका में भारत-जापान साझेदारी और डिजिटल साझेदारी' सेमिनार में शामिल हुए. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, “जब मैंने 2014 में भारत की जिम्मेदारी संभाली थी, उस वक्त वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में भारत की 140वें नंबर पर था. लेकिन अब यह 100 पर पहुंच गया है. हम इसे और बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं.” उन्होंने कहा, ‘भारत सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को और बढ़ावा देने के लिए अपने 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की रैंकिंग भी करनी शुरू कर दी है. अब राज्यों में भी इंवेस्टमेंट को लेकर चर्चा शुरू हो गई है जिसके बहुत बेहतर परिणाम दिखने लगे हैं.”
उन्होंने कहा,
पीएम मोदी ने रहा, “भारत टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में होने वाले नए आविष्कारों जैसे AI, IoT, 3D Printing, Robotics के जरिए Industry 4.0 की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहा है. Electric Mobility एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें भारत और जापान के बीच का सहयोग दोनों देशों के लिए बेहद लाभदायक साबित होने जा रहा है. प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी पहली यात्रा के दौरान ही मैंने जापान प्लस नाम की एक संस्था खड़ी करने की बात की थी. जापान प्लस हमारी इंवेस्ट इंडिया के साथ मिलकर काम करती है. इस इंवेस्ट इंडिया को अपने बेहतरीन कामों के लिए युनाइटेड नेशंस ने वैश्विक सम्मान से पुरस्कृत किया है.”
जापान में पीएम मोदी का शिंजो आबे ने गर्मजोशी से स्वागत किया. आबे ने यामानशी में कावागुची झील के पास अपने निजी घर पर मोदी के लिए डिनर आयोजित किया. यह पहला मौका है जबकि आबे ने किसी विदेशी राजनीतिक नेता को यामानशी क्षेत्र के नारुसावा गांव में अपने छुट्टियों वाले घर पर आमंत्रित किया है.
पिछले साल सितंबर में मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात में आबे की मेजबानी की थी. डिनर के बाद दोनों नेता ट्रेन से टोक्यो के लिए रवाना हो गए. यामानशी टोक्योृ से करीब 110 किलोमीटर की दूरी पर है. सोमवार को दोनों नेता टोक्यो में औपचारिक शिखर बैठक करेंगे. उनकी इस बैठक के एजेंडा में द्विपक्षीय सुरक्षा और आर्थिक सहयोग को मजबूत करना शामिल है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ मुलाकात की. दोनों नेताओं की इस बैठक का मकसद आपसी रिश्तों को और मजबूत करना है. पीएमओ ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आबे की यामानाशी में मुलाकात हुई. दोनों नेता भारत-जापान रिश्तों को और गहरा करने के लिए बातचीत करेंगे. मुलाकात से पहले आबे ने मोदी को अपने सबसे भरोसेमंद दोस्तों में से एक बताया है.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के पीएम शिंजो आबे से यामानाशी के होटल माउंट फुजी में मुलाकात की. शाम के वक्त शिंजो आबे पीएम मोदी को अपने साथ यामानाशी में अपने हॉलीडे होम भी लेकर जाएंगे जहां दोनों बड़े नेता एक साथ डिनर करेंगे. पिछले चार सालों में इन दो बड़े लीडरों की ये 12वीं मुलाकात है.
जापान में पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए कई भारतीय प्रवासी लोग भी मौजूद रहे. जापान के पीएम शिंजो आबे के साथ वार्षिक समिट के लिए मोदी टोक्यो पहुंचे हैं.
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