Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019 प्रणब दा की उंगली पकड़कर दिल्ली में खुद को सेट किया: PM मोदी 

प्रणब दा की उंगली पकड़कर दिल्ली में खुद को सेट किया: PM मोदी 

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी खुलासा किया कि उनके और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कुछ वैचारिक मतभेद रहे हैं

द क्विंट
भारत
Published:
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पर एक पुस्तक ‘प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी - अ स्टेट्समैन’ का अनावरण
i
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पर एक पुस्तक ‘प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी - अ स्टेट्समैन’ का अनावरण
(फोटो: PTI)

advertisement

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने प्रणब मुखर्जी की उंगली पकड़कर दिल्ली की जिंदगी में खुद को सेट किया है. प्रधानमंत्री ने यहां राष्ट्रपति मुखर्जी पर एक पुस्तक 'प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी - अ स्टेट्समैन' के अनावरण के मौके पर यह बातें कहीं.

अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने भावुक होते हुए कहा कि बीते तीन सालों के दौरान ऐसा एक भी मौका नहीं होगा जब वो राष्ट्रपति मुखर्जी से मिले हों और उन्होंने उन्हें ‘पिता का प्यार’ न दिया हो.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,

वो अक्सर मुझसे कहा करते हैं ‘मोदी जी आपको आधे दिन का आराम कर लेना चाहिए. आप इतनी भाग-दौड़ क्यों करते हैं, अपने कार्यक्रमों को कम कीजिए, अपने स्वास्थ्य का खयाल रखिए.

प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि वो खुद को सौभाग्यशाली महसूस करते हैं कि उन्हें राष्ट्रपति मुखर्जी के साथ काम करने का मौका मिला.

राष्ट्रपति मुखर्जी पर अनावृत्त पुस्तक के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा

इस किताब में मौजूद तस्वीरों में हमें अपने राष्ट्रपति के मानवीय पहलू भी देखने को मिलेंगे और हमें उन पर गर्व होगा.

इसी मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी खुलासा किया कि उनके और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कुछ वैचारिक मतभेद रहे हैं, लेकिन दोनों ने अपने-अपने मतभेद अपने पास रखे और सरकार के कामकाज को प्रभावित नहीं होने दिया.

वित्तमंत्री अरुण जेटली की तरफ देखते हुए मुखर्जी ने कहा कि वह खास मुद्दों के बारे में जानकारी के लिए जेटली को अक्सर फोन किया करते थे, और जेटली एक सक्षम और प्रभावी वकील की तरह हमेशा उन्हें समझाते थे.

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

(इनपुट: IANS से)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT