Home News India ManVsWild में सिर्फ एडवेंचर नहीं, PM ने बचपन,गरीबी,साहस सब बताया
ManVsWild में सिर्फ एडवेंचर नहीं, PM ने बचपन,गरीबी,साहस सब बताया
डिस्कवरी के इस शो का ये खास एपिसोड उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में शूट किया गया
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(फोटो: बेयर ग्रिल्स ट्विटर)
ManVsWild 10 बड़ी बातें
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज डिस्कवरी चैनल के शो 'मैन वर्सेज वाइल्ड' में एडवेंचर करते नजर आए. मोदी शो के होस्ट बेयर ग्रिल्स के साथ दिखे, जो जाने-माने एडवेंचरर हैं. शो का ये खास एपिसोड उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में शूट किया गया था. शो में एडवेंचर के साथ ही पीएम ने अपने बचपन, गरीबी, सपने और साहस से जुड़ी बातें बेयर को बताईं.
1. बचपन के बारे में पीएम ने बेयर ग्रिल्स को क्या बताया?
मैं बहुत ही सामान्य परिवार में पैदा हुआ हूं
एक छोटी सी हमारी जिंदगी थी, मां-बाप और हम मिलकर छोटे से घर में रहते थे
हमारा परिवार गरीब था, मैं सरकारी स्कूल में पढ़ता था
स्कूल जाने के लिए यूनिफॉर्म को आयरन करना होता था. लेकिन घर में आयरन नहीं था इसलिए मैं तांबे के बर्तन में कोयला डालकर यूनिफॉर्म प्रेस करता था.
2. ‘रेलवे का बड़ा रोल’
मेरी जिंदगी बनाने में रेलवे का बड़ा रोल रहा है
स्कूल के अलावा मैं रेलवे प्लेटफॉर्म पर चाय बेचता था
3. घर छोड़ने पर पीएम ने क्या कहा?
17-18 साल की उम्र में मैंने घर छोड़ा
कोई निर्णय लेना था, दुनिया को समझना चाहता था. इस वजह से हिमालय में गया.
उन्हीं लोगों के बीच में रहता था. काफी समय बिताया उनके साथ.
उनकी संगत में जो मिला, वो आज मेरी ताकत है.
4. बेयर ग्रिल्स का जोक, पीएम का जवाब
बेयर- आपको पता है- टाइगर से बचने के लिए मुझे कितनी तेज दौड़ना होगा
पीएम- आप बताइए
बेयर- आपसे तेज, क्योंकि अगर आप पीछे रह जाएंगे तो टाइगर आपको खा जाएगा और मैं बच जाऊंगा
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5. मगरमच्छ के बच्चे को घर लाने वाली बात
मैं रोज तालाब में नहाता था. तालाब में गए मगरमच्छ का बच्चा देखा तो पकड़कर घर ले आया. घर लाया तो मां ने कहा कि ये तो पाप है- 'इसको नहीं लाना चाहिए, जाओ छोड़कर आओ'. तो गए छोड़कर आ गए.
6. 'पिताजी, बारिश और पेड़-पौधे'
जब पहली बार बारिश होती थी तो पिताजी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के बावजूद 25-30 पोस्टकार्ड लाते थे और रिश्तेदारों को लिखते थे कि हमारे यहां बारिश हुई है. आज मुझे समझ आता है कि हमारे जीवन में बारिश का कितना महत्व है.
हमारे पिताजी की माता जी पढ़ी लिखी नहीं थी. हमारे चाचा सोच रहे थे कि चूल्हा जलाने वाली लकड़ी का कारोबार कर लें. हमारी दादी ने कहा कि भूखे मरेंगे लेकिन लकड़ी नहीं बेचेंगे. क्योंकि लकड़ी से जीवन है, लकड़ी नहीं काटनी चाहिए. मेरी दादी बिना पढ़ी लिखी थी, फिर भी उन्हें प्रकृति से प्रेम था और प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करने के नुकसानों का पता था.
7. 'नर्वसनेस क्या है मुझे नहीं पता’
मैं समझ नहीं पाता हूं कि नर्वसनेस क्या होती है. मेरी सोच पॉजिटिव है. हर चीज में पॉजिटिव देखता हूं, इसलिए कभी निराशा नहीं होती.
8. 'तुलसी की महिमा'
भारत में हर पौधे को परमात्मा माना जाता है. हमारे यहां तुलसी विवाह की परंपरा है. तुलसी विवाह में हमारे यहां भगवान के साथ तुलसी की शादी करते हैं.
9. स्वच्छ भारत
इंडिया लोगों के स्वभाव से क्लीन होता है. महात्मा गांधी ने इस पर बहुत काम किया.
10. दुनिया के लिए क्या संदेश है?
प्रकृति से कुछ लेते हैं तो सोचें कि 50 साल के बाद जो बच्चा पैदा होगा वो आपसे पूछ रहा है कि आप मेरे हक का क्यों खा रहे हो, क्यों पी रहे हो? ये हर किसी को सोचना चाहिए. प्रकृति के प्रति प्रेम रखना चाहिए.
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