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बैंकों में जमा आपके और हमारे पैसों पर 'डकैती' हुई है. पंजाब नेशनल बैंक में 11,300 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है. इस घोटाले के सभी आरोपी एक-एक करके देश छोड़कर फरार हो गए हैं. इसके बाद सीबीआई ने लुकआउट नोटिस जारी किया. देश के बड़े अमीरों में शुमार और मामले के मुख्य आरोपी डायमंड कारोबारी नीरव मोदी की संपत्ति को सीज करने की घोषणा कर दी गई है.
अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स में उनके न्यूयॉर्क या स्विट्जरलैंड में होने की बात कही जा रही है. कुल जमापूंजी बात यही है कि कर्ज में डूबे देश के सरकारी बैंकों को एक और झटका लगा है, साथ ही आरोपी भी कानून के शिकंजे से दूर विदेशी वादियों की सैर करने चला गया है.
घोटाले के बाद विदेश भाग जाने का ये पहला मामला नहीं है. शराब कारोबारी विजय माल्या, क्रिकेट को आईपीएल 'गिफ्ट' करने वाले ललित मोदी इसके बड़े उदाहरण हैं. बता दें कि नीरव, माल्या और ललित मोदी को मिलाकर कुल 21 हजार करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है.
विजय माल्या और ललित मोदी से एक कदम आगे निकल गए डायमंड व्यापारी नीरव मोदी. गुजराती मूल के नीरव मोदी बेल्जियम में पले-बढ़े हैं. अपने अंकल के साथ डायमंड ज्वेलरी का कारोबार उन्होंने सीखा और जल्द ही इस सेक्टर के सबसे बड़ी खिलाड़ी बन गए. नीरव का स्टोर ‘अर्गायल’ गुलाबी हीरे के लिए भारत का इकलौता डिस्ट्रीब्यूटर है.
ये एलओयू फर्जी थे और इस तरह उसके आधार पर लिया गया कर्ज भी फर्जी. खास बात ये है कि सरकारी खजाने को चूना लगाने वाले नीरव 7 साल से घोटाला भी करते रहे, और लंदन, पेरिस, न्यूयॉर्क में इनकी मौजमस्ती भी जारी रही.
देश के सबसे बड़े शराब कारोबारी विजय माल्या बैंकों का 9 हजार करोड़ लेकर फरार हैं. फिलहाल, लंदन में रह रहे हैं. 2 मार्च 2016 को देश छोड़कर गायब होने वाले विजय माल्या के प्रत्यर्पण की तमाम कोशिशें जारी हैं. लेकिन करीब 2 साल बीत जाने के बाद भी ये दूर की कौड़ी ही दिखती है.
बता दें कि विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस को साल 2014 में देश का सबसे बड़ा नॉन परफॉर्मिंग एसेट घोषित कर दिया गया, क्योंकि किंगफिशर 4 हजार करोड़ से अधिक का कर्ज चुकाने में नाकाम रहे थे.
करीब 7 हजार करोड़ के कर्ज वसूली के लिए ये कदम उठाया गया था. गिरफ्तारी की तलवार लटक ही रही थी कि 3 महीने में ही देश से 'गोली' हो गए विजय माल्या. पार्टियां, म्यूजिक मस्ती और टूर्नामेंट बदस्तूर जारी है, बस जगह भारत से लंदन शिफ्ट हो गया है.
क्रिकेट को आईपीएल जैसे मलाईदार टूर्नामेंट देने वाले ललित मोदी भी फरार हैं. साल 2010 में उन्होंने भी देश छोड़ दिया था. ललित पर भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले चल रहे हैं और वो फिलहाल ब्रिटेन में रहते हैं.
समय-समय पर पार्टियों और सेमिनारों की तस्वीरें भी जारी करते हैं, ट्विटर पर तो उनकी प्रजेंस जबरदस्त है, सिर्फ कानून के ही शिकंजे में नहीं आ पाते हैं, वो भी देश के कानून. आईपीएल के शुरुआती सालों में 2008 से 2010 तक वो इस टूर्नामेंट के कमीश्नर रहे. 2010 में ही उनपर एक कंपनी को फायदा पहुंचाना का आरोप लगा. ललित मोदी पर 425 करोड़ रुपये के फेमा के उल्लंघन का आरोप है. लेकिन वो विदेश में आराम कर रहे हैं.
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