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मध्य प्रदेश के चित्रकूट में दो जुड़वा बच्चों को अगवा कर हत्या करने के मामले ने अब राजनीतिक रूप लेना शुरू कर दिया है. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि घटना को अंजाम देने वाले लोगों के तार बीजेपी से जुड़े हैं, वहीं अब बीजेपी ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर दी है. मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले पर सख्त कार्रवाई की बात कही.
बच्चों की हत्या कर नदी में फेंकने वाले आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है. लेकिन इस घटना ने तब राजनीतिक मोड़ ले लिया जब बताया गया कि पकड़ा गया एक आरोपी बजरंग दल के संयोजक का भाई है और किडनैपिंग के लिए जिन गाड़ियों का इस्तेमाल हुआ था उन पर रामराज्य और बीजेपी का झंडा लगा था. जिसके बाद कांग्रेस ने इस मामले को लेकर जमकर बीजेपी को घेरा.
इस घटना के बाद शिवराज सिंह चौहान ने बच्चों के माता-पिता से मुलाकात की और बीजेपी पर लग रहे आरोपों को खारिज किया. उन्होंने कहा, 'सरकार को इस मामले में न्यायिक जांच या सीबीआई जांच करवानी चाहिए. मुझे आश्चर्य है कि राज्य के गृहमंत्री ने इसके पीछे बीजेपी को बताया है. उन्हें एक्शन लेने से आखिर कौन रोक रहा है? आपने 13 दिन में क्या किया? अपराधियों की कोई पार्टी और धर्म नहीं होता.'
प्रियांश और श्रेयांश नाम के इन दो जुड़वा भाइयों को नकाबपोशों ने 12 फरवरी को स्कूल बस से बंदूक के दम पर किडनैप किया था. बच्चे अपने घर से चार किलोमीटर दूर स्कूल जाने के लिए बस का इस्तेमाल करते थे. बच्चों के पिता बृजेश रावत बिजनेसमैन हैं. उनका ऑयल का बिजनेस है. किडनैपर्स ने पैसे लेने के बाद बच्चों की हत्या कर दी. किडनैपर्स ने दोनों के हाथ-पैर एक पत्थर से बांधकर मर्का थाना क्षेत्र के बाकल गांव के पास यमुना नदी में फेंक दिया था. बस के सिक्योरिटी कैमरा में पूरा वाकया कैद भी हुआ था.
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