कुलभूषण जाधव केस में ICJ के फैसले पर किसने क्या कहा?

आईसीजे ने जाधव तक राजनयिक पहुंच दिए जाने की भारत की मांग के पक्ष में फैसला सुनाया है.

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(फोटोः Altered By Quint Hindi)
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नीदरलैंड के हेग स्थित इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में बुधवार को कुलभूषण जाधव मामले में भारत की बड़ी जीत हुई. कोर्ट ने पाकिस्तान से कहा कि वह भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को दी गई मौत की सजा की समीक्षा करे. इसका अर्थ यह भी है कि जाधव की मौत की सजा पर आईसीजे ने जो रोक लगाई थी, वह जारी रहेगी.

इसके साथ ही आईसीजे ने जाधव तक राजनयिक पहुंच दिए जाने की भारत की मांग के पक्ष में फैसला सुनाया है. अब भारतीय उच्चायोग जाधव से मुलाकात कर सकेगा और उन्हें वकील और अन्य कानूनी सुविधाएं दे पाएगा. सोशल मीडिया पर लोग कोर्ट के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं.

कुलभूषण पर ICJ के फैसले पर पीएम मोदी का ट्वीट

कुलभूषण जाधव पर इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है. पीएम मोदी ने लिखा है, ‘हम आईसीजे के फैसले का स्वागत करते हैं. आईसीजे में सच्चाई और न्याय की जीत हुई. मुझे विश्वास है कि कुलभूषण को न्याय मिलेगा.’

राजनाथ सिंह ने बताया भारत की बड़ी जीत

डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने कहा, ‘इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने कुलभूषण जाधव को राजनयिक पहुंच दिए जाने के आदेश दिए हैं. इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये भारत की बड़ी जीत है.

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मोदी कैबिनेट में मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ट्वीट में लिखा, ‘सत्यमेव जयते...यह भारत के लिए एक बहुत बड़ी जीत है.’

केजरीवाल ने कहा- ‘सच हमेशा जीतता है’

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कुलभूषण मामले में आईसीजे कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है.

केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘कुलभूषण जाधव की मृत्युदंड की सजा पर रोक लगाने और राजनयिक पहुंच मुहैया कराने के इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के फैसले का गर्मजोशी से स्वागत करता हूं. सच और न्याय की जीत हुई. हमारे देश के इस बेटे को जल्द अपने देश भेजा जाना चाहिए ताकि वह अपने परिवार से मिल सके.’’

राहुल गांधी ने किया ICJ फैसले का स्वागत

प्रियंका गांधी ने कहा- न्याय की जीत हुई

रणदीप सुरजेवाला ने कहा- सत्यमेव जयते

जाधव भारतीय नौसेना के एक सेवानिवृत्त अधिकारी हैं और पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने उन्हें अप्रैल 2017 में बंद कमरे में हुई सुनवाई में ‘जासूसी एवं आतंकवाद’ के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी. इस पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी.

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Published: 17 Jul 2019,09:00 PM IST

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