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शुक्रवार को बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से हुई, इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून बनाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की इच्छा को पूरा किया गया है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि विरोध के नाम पर किसी भी तरह की हिंसा, समाज और देश को कमजोर करती है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नागरिकता कानून पर अपनी बात रखते हुए कहा,
राष्ट्रपति ने साथ ही पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर कहा, “मैं पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की निंदा करते हुए, विश्व समुदाय से इसका संज्ञान लेने और इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने का भी आग्रह करता हूं.”
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण में आर्टिकल 370 का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा,
साथ ही उन्होंने कश्मीर में हुए सरकारी काम का भी तारीफ की. उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का तेज विकास, वहां की संस्कृति और परंपराओं की रक्षा, पारदर्शी व ईमानदार प्रशासन और लोकतंत्र का सशक्तीकरण, मेरी सरकार की प्राथमिकताओं में हैं. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जहां मार्च 2018 तक जम्मू-कश्मीर में लगभग 3,500 घर बनाए गए थे, वहीं दो साल से भी कम समय में 24,000 से ज्यादा घरों का निर्माण पूरा किया गया है.”
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