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देश की बड़ी कंपनियों के रॉ और प्रोसेस्ड दूध में मिलावट सामने आई है. फूड रेगुलेटर FSSAI की एक स्टडी में सामने आया है कि कई बड़े ब्रांड दूध की निर्धारित क्वालिटी और स्टैंडर्ड्स पर फेल हो गए है.
18 अक्टूबर, शुक्रवार को स्टडी को रिलीज करते हुए FSSAI के सीईओ पवन अग्रवाल ने कहा कि मिलावट से ज्यादा, दूध का दूषित होना गंभीर समस्या है. उन्होंने बताया कि प्रोसेस्ड दूध के सैंपल्स में Aflatoxin-M1, एंटीबायोटिक्स और पेस्टिसाइड्स पाए गए हैं.
लिक्विड मिल्क के इन 6,432 सैंपल्स में से 456 सैंपल (7.1 फीसदी) सेफ्टी के हिसाब से खराब पाए गए. इनमें से 12 सैंपल में यूरिया, डिटर्जेंट जैसी मिलावट पाई गई.
सर्वे में जहां 93 फीसदी सैंपल को पीने के हिसाब से सुरक्षित बताया गया, वहीं ये भी सामने आया है कि 41 फीसदी सैंपल में किसी न किसी तरह की मिलावट देखने को मिली है.
दूध में मिलावट रोकने के लिए, FSSAI ने ऑर्गनाइज्ड सेक्टर की सभी कंपनियों को 1 जनवरी, 2020 से क्वालिटी पर खरा उतरने, और सैंपल के टेस्टिंग और इंस्पेक्शन का निर्देश दिया है.
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