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वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) में शिवलिंग मिलने के दावों पर विवादित पोस्ट करने वाले DU के प्रोफेसर रतन लाल (Professor Ratan Lal) को जमानत मिल गई है. दिल्ली की एक अदालत ने प्रोफेसर रतन लाल को 50000 रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी है. आपको बता दें कि धार्मिक भावना आहत करने के आरोप में शुक्रवार रात को दिल्ली पुलिस की स्पेसल सेल रतन लाल को गिरफ्तार किया था.
दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) में हिंदू कॉलेज के प्रोफेसर रतन लाल (Hindu College Professor Ratan Lal) ने सोशल मीडिया पर ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग को शेयर करते हुए उन्होंने उसके साथ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिसके बाद हिन्दू पक्ष की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के चलते, इस पोस्ट के खिलाफ एक वकील ने नार्थ डिस्ट्रिक्ट (North District) के साइबर सेल में FIR दर्ज करवाई थी.
हिंदू कॉलेज में इतिहास के एसोसिएट प्रोफेसर रतन लाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर AK-56 का लाइसेंस देने की भी मांग की थी.
फेसबुक पर एक पोस्ट में प्रोफेसर रतन लाल ने लिखा, "आपकी सरकार की आलोचना करने और विभिन्न समसामयिक सामाजिक-धार्मिक विषयों पर टिप्पणी करने के कारण कई असामाजिक तत्व मुझें धमकियां देना शुरू कर देते हैं. कई दफा यह सिलसिला मेरी हत्या करने की धमकी तक पहुंच जाता है."
रतन लाल को शुक्रवार की रात को गिरफ्तार किया था. पुलिस के मुताबिक एसोसिएट प्रोफेसर रतन लाल को भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए (धर्म, जाति, जन्मस्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य फैलाने) और 295ए ( धर्म का अपमान कर किसी वर्ग की धार्मिक भावना को जानबूझकर आहत करना) के तहत साइबर पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
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