Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019 SC-ST एक्ट के खिलाफ सवर्णों का ‘भारत बंद’: एमपी, बिहार में असर

SC-ST एक्ट के खिलाफ सवर्णों का ‘भारत बंद’: एमपी, बिहार में असर

दलित सगंठन पहले कर चुके हैं ‘भारत बंद’

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
SC-ST एक्ट के खिलाफ गुरुवार को ‘भारत बंद’
i
SC-ST एक्ट के खिलाफ गुरुवार को ‘भारत बंद’
(फोटोः PTI)

advertisement

  • SC-ST एक्ट के खिलाफ अगड़ी जातियों का ‘भारत बंद’
  • 35 संगठनों ने बुलाया था भारत बंद
  • MP, बिहार में दिखा असर, बाकी राज्यों में असर नहीं
  • MP के कई जिलों में धारा 144 लागू
  • दलित सगंठन कर चुके हैं ‘भारत बंद’

एससी-एसटी एक्ट में संसोधन के खिलाफ सवर्ण जातियों के भारत बंद का असर एमपी और बिहार में ही दिखा. बिहार के दरभंगा में ट्रेन रोकी गई तो मध्य प्रदेश के ज्यादातर जिलों में तकरीबन हर दुकान बंद थी. पेट्रोल पंप भी बंद रहे, मंडियों में काम नहीं हुआ. एमपी के कई जिलों में धारा 144 लागू है. इससे पहले 2 अप्रैल को SC-ST एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध दलित संगठनों बंद बुलाया था, जिसमें कई लोगों की मौत हुई थी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

SC-ST एक्ट के खिलाफ गुरुवार को ‘भारत बंद’, 35 संगठन गोलबंद

SC-ST एक्ट के खिलाफ सर्वणों ने आज भारत बंद बुलाया है. देशभर के 35 संगठन इस बंद में हिस्सा ले रहे हैं. मध्य प्रदेश में के सतना, भिंड, शिवपुरी, ग्वालियर और दूसरे जिलों में धारा-144 लागू कर दी गई है. कुछ जिलों में इंटरनेट बंद करने का फैसला लिया गया है. साथ ही पुलिसकर्मियों से कहा गया है कि वो प्रदर्शन करने वाले संगठनों से संपर्क करें.

क्यों गुस्से में हैं सवर्ण?

पिछले महीने लोकसभा में SC-ST एक्ट संशोधन विधेयक पारित कराया गया. इस संशोधन से सुप्रीम कोर्ट का वो आदेश पलट गया, जिसके तहत एससी/एसटी के खिलाफ मामले में आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगा दी गई थी. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने 20 मार्च को जारी एक आदेश में इस एक्ट के दुरुपयोग पर चिंता जताते हुए तत्काल गिरफ्तारी और आपराधिक मामला दर्ज करने पर रोक लगा दी थी.

सरकार ने अध्यादेश लाकर इसी फैसले को पलट दिया गया, जिससे कुछ सवर्ण जातियों के संगठन नाराज हैं. मध्य प्रदेश में जगह-जगह इस एक्ट में संशोधन के खिलाफ रैलियां भी निकाली जा रही हैं. बीजेपी के कई सांसदों, विधायकों और नेताओं को भी लोगों का गुस्सा सहना पड़ रहा है.

दलित सगंठन कर चुके हैं 'भारत बंद'

इससे पहले पहले सुप्रीम कोर्ट ने SC-ST एक्ट पर फैसला सुनाया गया था. दलित संगठनों ने इसका पुरजोर विरोध किया था. दलित संगठनों ने 'भारत बंद' बुलाया, इसका असर कई राज्यों में देखने को मिला था. प्रदर्शन के दौरान ही कई लोगों की मौत हो गई थी.

बिहार के दरभंगा और मुंगेर में रोकी गईं ट्रेन

बंद का असर मध्य प्रदेश के अलावा बिहार में भी दिखा. दरभंगा और मुंगेर के मसूदन इलाके में ट्रेन रोक दी गई हैं. इसके अलावा खबर है कि लखीसराय में NH-80 को जाम कर दिया है.

राजस्थान में दुकानें बंद

राजस्थान के अलग अलग इलाकों में भारत बंद का असर साफ देखा जा सकता है. अजमेर और कोटा में दुकानें बंद कर दी गई हैं. इन इलाकों में सन्नाटा छाया है. हालांकि पुलिस बल तैनात हैं.

अलवर में भी SC-ST एक्ट के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए हैं.

अलवर में सड़कों पर उतरे लोग(फोटो: Twitter)

वहीं, महाराष्ट्र में ठाणे के नावघर इलाके में 'भारत बंद' में लोग शामिल हो रहे हैं. इलाके में लोग बैनर लेकर सड़कों पर उतरे हैं. इन बैनर में आरक्षण के खिलाफ अलग अलग बातें लिखी हैं.

(फोटो: ANI)

बिहार में भारत बंद के दौरान जलाए गए टायर

प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन काफी बढ़ता जा रहा है. लोगों ने मोकामा और ब्लॉक रोड में टायर जलाकर विरोध किया.

MP: ग्वालियर में ड्रोन से निगरानी, भोपाल में पेट्रोल पंप बंद

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है. एसडीएम ने नरोत्त्म भार्गवी ने बताया, ''पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. कई जगहों पर धारा 144 लागू हैं. फिलहाल शांति बहाल है.''

ग्वालियर में ड्रोन से निगरानी(फोटो: ANI)

भोपाल में आज भारत बंद के चलते पेट्रोल पंप बंद रखा गया है. यहां आज पेट्रोल पंप सुबह 10 से शाम 4 बजे तक बंद हैं.

भोपाल में पेट्रोल बंद(फोटो: ANI)

इसके अलावा लखनऊ में भी भारत बंद के चलते दुकानें बंद देखी जा सकती हैं.

लखनऊ में दुकाने बंद(फोटो: ANI)
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

मध्य प्रदेश के विदिशा में भी सवर्णों का विरोध प्रदर्शन जारी

SC/ST एक्ट में हुए संसोधन का रिव्यू करें: कलराज मिश्र

कालराज मिश्र(फोटो: Facebook)

बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने एससी-एसटी एक्ट में हुए संसोधन पर राजनीतिक पार्टियों से रिव्यू करने की बात कही है. उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा,

“जमीन पर एससी-एसटी एक्ट का दुरूपयोग हो रहा है. मैं कानून के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन जमीन पर लोगों के अंदर असमानता का भाव पैदा हो रहा है. अधिकारी भी डर रहे हैं कि अगर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो कार्यवाही हो जाएगी. फर्जी मुकदमों में लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है. सभी दल के लोगों ने इसे दबाव देकर बनवाया गया है, सभी दल जमीन से फीडबैक लेकर इसमें बदलाव कराएं.”

पूरे देश में भारत बंद के चलते विरोध प्रदर्शन हो रहा है,

उत्तर प्रदेश में भी बंद का असर

उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्र में जोरदार विरोध हो रहा है. लखनऊ में भारत बंद का आंशिक असर दिखाई दे रहा है. सरकार ने हालांकि इससे निपटने की पूरी तैयारी पहले ही कर ली थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी इस एक्ट का जोरदार विरोध हो रहा है. बीएचयू के हैदराबाद गेट के पास चक्का जाम और आगजनी की गई है.आगरा जिले में बंद को देखते हुए निजी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है.

आगरा में ST/ST एक्ट के विरोध में लोगों ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया, हजारों की संख्या में लोग हाइवे पर उतरे. आगरा के खेरागढ़ में विरोध कर रहे करनी सेना के कार्यकर्ताओं ने बस में तोड़फोड़ की, जिसके बाद पुलिस को किया लाठीचार्ज करना पड़ा.

नोएडा में भी एससी- एसटी एक्ट का विरोध

एससी-एसटी एक्ट के विरोध में बुलाए गए भारत बंद के तहत नोएडा में कई संगठनों ने एक साथ मिलकर विरोध किया. सैकड़ों लोगों ने इस एक्ट में संशोधन किये जाने की मांग को लेकर विरोध मार्च निकाला.

शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे नोएडा के करीब दो दर्जन संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं के लोग नोएडा स्टेडियम में जमा हुए. स्टेडियम के गेट नंबर-4 से सभी ने एक साथ पैदल विरोध मार्च निकाला, जो विभिन्न सेक्टरों में होते हुए सेक्टर-27 स्थित जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय पहुंचा. वहां पर प्रदर्शन करने के बाद प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट शैलेश मिश्रा को सौंपा.

यूपी सीएम योगी ने कहा कि भारत बंद का 'कोई मतलब नहीं'

एससी-एसटी कानून के विरोध में सवर्ण समुदायों के राष्ट्रव्यापी बंद के आह्वान पर प्रदेश में गुरूवार को आम जनजीवन लगभग सामान्य रहा. अभी तक कहीं से किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं है.

गोंडा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एससी-एसटी कानून के विरोध में बंद पर कहा कि भारत बंद का कोई मतलब नहीं है, लोगों की अपनी भावनाएं हैं, लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है.

भारतीय जनता पार्टी इस देश के प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा, खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमने जाति - धर्म के आधार पर कभी राजनीति नहीं की. समाज के दबे कुचले लोगों को संरक्षण देने के लिए यह कानून बनाया है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इसका किसी भी तरह से दुरुपयोग न हो. भारत बंद का कोई मतलब नहीं है, लोगों की अपनी भावनाएं हैं, लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है.
योगी आदित्यनाथ, सीएम, उत्तर प्रदेश

Published: 06 Sep 2018,09:09 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT