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पुडुचेरी CM ने कहा- पेरियार पर रजीनकांत की टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण

मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने कहा, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी है.

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पेरियार पर रजीनकांत की टिप्पणी, पुडुचेरी CM ने वापस लेने की अपील की
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पेरियार पर रजीनकांत की टिप्पणी, पुडुचेरी CM ने वापस लेने की अपील की
(फोटो: Altered by Quint)

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अब पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने सुपरस्टार रजनीकांत की समाज सुधारक पेरियार पर की गई टिप्पणी को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. मुख्यमंत्री ने रजनीकांत से पेरियार की दशकों पहले एक रैली को लेकर की गई टिप्पणी को वापस लेने की भी अपील की है.

मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने कहा, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी है. मैं रजनीकांत से 'पेरियार' पर की गई टिप्पणी को वापस लेने और पूरे विवाद को खत्म करने की अपील करता हूं."

इससे पहले मामले में एक द्रविड़ संगठन ने रजनीकांत से पेरियार की रैली को लेकर की गई टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग की थी. इसके बाद रजनीकांत ने अपनी टिप्पणी पर माफी मांगने से इनकार कर दिया था. रजनीकांत ने कहा कि वह न तो खेद प्रकट करेंगे और न ही माफी मांगेंगे, क्योंकि उनकी टिप्पणी फैक्ट पर की गई थी.

पत्रिकाओं और अखबारों की दिखाई क्लिपिंग

पत्रिकाओं और अखबारों की क्लिपिंग दिखाते हुए अभिनेता ने कहा कि 1971 में पेरियार ई वी रामासामी के नेतृत्व में निकाली गई एक रैली में भगवान राम और सीता की वस्त्रहीन तस्वीरें रखी गई थीं, जिन्हें जूतों की माला के साथ चित्रित किया गया था.

रजनीकांत ने कहा, ‘‘एक विवाद सामने आया है कि मैंने ऐसा कुछ कहा जो नहीं हुआ. लेकिन मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा जो नहीं हुआ. मैंने केवल वही कहा जो मैंने सुना और जो चीजें पत्रिकाओं में छपीं. क्षमा करें, मैं न तो खेद व्यक्त करूंगा और न ही माफी मांगूंगा.’’

रजनीकांत ने कहा-

‘‘मैंने कल्पना से बाहर कुछ भी नहीं कहा या ऐसा कुछ नहीं था जो वहां नहीं हुआ था. लक्ष्मणन (तत्कालीन जनसंघ और अब बीजेपी नेता) ने (1971 में) एक धरने में हिस्सा लिया था जिन्होंने इसकी पुष्टि की है.’’  
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रजनीकांत ने क्या आरोप लगाया था

अभिनेता ने कहा कि 1971 की रैली में हिंदू देवी-देवताओं को कथित तौर पर नग्न दिखाया गया था. उन्होंने कहा कि इस तरह की चीजें पहले भी हुई हैं और ऐसा बार-बार नहीं होना चाहिए.

14 जनवरी को तमिल पत्रिका ‘तुगलक’ की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में रजनीकांत ने आरोप लगाया, ‘‘1971 में पेरियार ने सलेम में एक रैली निकाली थी जिसमें भगवान श्रीरामचंद्र और सीता की वस्त्रहीन तस्वीरों को जूतों की माला के साथ चित्रित किया गया था.”

द्रविड़ संगठन द्रविदार विधुतलाई कझगम ने हालांकि आरोप लगाया कि अभिनेता ‘‘सरासर झूठ बोल रहे हैं.’’ संगठन ने रजनीकांत से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की और उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई.

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Published: 23 Jan 2020,07:29 PM IST

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