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पंजाब कांग्रेस में आंतरिक कलह अब शांत होता दिख रहा है. तमाम उठा-पटक की खबरों के बीच कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह की मुलाकात हुई. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चंडीगढ़ के पंजाब भवन में नवनियुक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की.
नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी से पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सभी विधायकों और पंजाब कांग्रेस के अधिकारियों को चाय पार्टी पर बुलाया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नवजोत सिद्धू ने मिलते ही कैप्टन अमरिंदर सिंह के पैर छुए. वहीं इस मौके पर पंजाब विवाद खत्म करने के लिए फार्मूला सुझाने वाले कांग्रेस पार्टी महासचिव हरीश रावत भी मौजूद थे.
पिछले कुछ वक्त से सिद्धू अपनी सरकार के सीएम के काम की आलोचना कर रहे थे. ये भी माना जा ता है कि कैप्टन, 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सिद्धू को कांग्रेस में शामिल किए जाने के पक्ष में नहीं थे. यह थोड़ा और स्पष्ट हो गया जब नवंबर 2018 में सिद्धू ने सार्वजनिक रूप से कहा था "मेरे कप्तान राहुल गांधी हैं, जो उनके (अमरिंदर) भी कप्तान हैं".
वहीं 2019 में सिद्धू से उनका मंत्रालय छीनकर पावर मिनिस्ट्री पकड़ाया गया. बाद में सिद्धू ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया.
अभी हाल ही में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 17 जुलाई को ही कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत के सामने पार्टी आलाकमान को साफ संकेत दे दिया कि सिद्धू ने 'अपमानजनक ट्वीट करके पंजाब कांग्रेस और उनकी सरकार के कामकाज पर सवाल खड़ा किया है'. जब तक सिद्धू सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मांग लेते कैप्टन ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया है. लेकिन फिलहाल माफी मांगने को लेकर किसी तरङ की बात सामने नहीं आई है.
बता दें कि करीब 6 महीने बाद राज्य में विधानसभा चुनाव में होने हैं. ऐसे में दोनों के साथ आने से फिलहाल कांग्रेस में तल्खी कम होती नजर आ रही है.
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