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उत्तर प्रदेश में युवाओं को जल्द ही जमकर नौकरियों के मौके मिलने वाले हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुताबिक, पुलिस, एजुकेशन और दूसरे विभागों में 4 लाख नौकरियां आ रही हैं. इसके अलावा स्किल डेवलपमेंट के जरिए भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देने की कोशिश की जा रही है. द क्विंट के एडिटोरियल डायरेक्टर संजय पुगलिया से खास बातचीत में योगी ने इस बात का खुलासा किया. उन्होंने कहा कि यूपी में विदेशी निवेश को लेकर अच्छा माहौल बना है. अमेरिका, जापान, द कोरिया से लेकर कई देश निवेश के लिए तैयार हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये भी कहा कि राज्य में पिछले 7 महीनों में एक भी दंगा नहीं हुआ है. लोगों में नया विश्वास जगा है. व्यापारी लौट रहे हैं और अपराधी भाग रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के किसान उनकी सरकार के काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार आने के बाद किसानों का धरना-प्रदर्शन बंद हो गया है और सब जोर-शोर से खेती में जुट गए हैं.
देश में 200 पिछड़े जिलों में 53 अकेले उत्तर प्रदेश के हैं. नीति आयोग की टीम ने यूपी विकास के एक्शन प्लान को अमली जामा पहनाने के लिए बनाए गए उप समूहों की रिपोर्ट पर प्रगति की समीक्षा की. इस दौरान आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास पर खास ध्यान देने की जरूरत है. सीएम से मुलाकात कर उन्होंने एक्शन प्लान अमल के बारे में फीडबैक दिया.
नीति आयोग के मुताबिक, यूपी की तरक्की की राह में कई समस्याएं हैं. मसलन अक्टूबर 2018 तक पूरे राज्य को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने का लक्ष्य है. इसको तय समय में हासिल कर पाना बड़ी चुनौती है. आयोग इन कठिनाइयों को दूर करने में मदद करेगा. देश का विकास इन जिलों की तरक्की पर निर्भर है. लिहाजा नीति आयोग इन जिलों की तरक्की पर भी खास ध्यान देगा.
सोर्सः जागरण
यूपी की राजधानी लखनऊ की हवा दिन प्रतिदिन जहरीली होती जा रही है. 8 नवम्बर को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की तरफ से जारी एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है. AQI बुलेटिन में लखनऊ में प्रदूषण का लवेल 430 माइक्रोग्राम और वाराणसी में 318 माइक्रोग्राम दर्ज हुआ है.
लखनऊ में प्रदूषण का स्तर प्रदेश के कई बड़े शहरों की अपेक्षा काफी अधिक है. प्रदूषण के मामले में देश की राजधानी दिल्ली सबसे पहले, यूपी की राजधानी लखनऊ सातवें और वाराणसी देश में 13 वें नम्बर पर है. प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने चिंता जताते हुए कहा है कि लोगों को प्रदूषण से सावधानी बरतनी चाहिए. सेंट्रल पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के मुताबिक़ प्रदूषण के मामले यूपी का नोएडा शहर प्रदेश में पहले और राजधानी लखनऊ तीसरे नम्बर पर है.
सोर्सः भास्कर
ताजनगरी की फिजां में घुले धूल कण धवल संगमरमरी ताजमहल के लिए खतरा बन रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से यहां कई गुना धूल कण प्रतिदिन दर्ज किए जा रहे हैं. यहां सस्पेंडेड पर्टिकुलेट मैटर (एसपीएम) की मात्रा 528.63 तक पहुंच गई. धूल कण ताज की सतह पर जमा होते जा रहे हैं, जो स्मारक के लिए चिंताजनक स्थिति है.
ताजमहल की धवल संगमरमरी सतह के पीले पड़ने के लिए प्रदूषण को जिम्मेदार माना जाता है.हवा में घुले धूल कण उसकी सतह पर एकत्र होने का खुलासा स्टडी में हो चुका है. आईआईटी कानपुर, जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी अटलांटा अमेरिका और एएसआई ने यह अध्ययन नवंबर, 2011 से दिसंबर, 2012 तक किया गया था. इसमें ताज की सतह पर टीम को 55 फीसद धूल कण, 35 फीसद ब्राउन कार्बन कण और 10 फीसद ब्लैक कार्बन कण मिले थे.
इस रिपोर्ट में ताज के सौंदर्य को बरकरार रखने के लिए तीन वर्ष के अंतराल पर मडपैक थेरेपी की सिफारिश की गई थी. इसके बाद से एएसआइ की रसायन शाखा पूरे ताज पर मडपैक थेरेपी की शुरुआत की थी. लेकिन एसपीएम पिछले कुछ दिनों से लगातार अधिक बना हुआ है.
सोर्सः जागरण
उत्तर प्रदेश में प्याज और टमाटर की कीमतों में बढोतरी के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कीमतों को काबू में रखने और जमाखोरों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए. योगी ने सभी जिलाधिकारियों को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि किसी भी स्तर पर बिचौलिए प्याज और टमाटर का भंडारण ना कर सके, जिससे बाजार भाव बढने की आशंका हो. उन्होंने कहा, प्याज और टमाटर की जमाखोरी पाए जाने पर जमाखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
योगी ने सम्बन्धित विभागों को भी प्याज और टमाटर सहित अन्य सब्जियों की मुनाफाखोरी व जमाखोरी तथा उनके दामों पर नियंत्रण के लिए सतर्कता बरतने के निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को जमाखोरों और मुनाफाखोरों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त कारर्वाई करने के निर्देश दिए.
सोर्सः भाषा
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