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राफेल को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई के बाद इस मुद्दे पर एक बार फिर बवाल शुरू हो चुका है. सरकार की तरफ से कोर्ट में पक्ष रख रहे अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि राफेल डील को लेकर फाइल चोरी हुई हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राफेल डील को लेकर चोरी हुए दस्तावेजों के ही आधार पर 'द हिंदू' ने खबर छापी है. रिपोर्ट में छपी सभी जानकारियां चोरी हुए इन दस्तावेजों पर आधारित हैं. जो कि ऑफिशयल सीक्रेट एक्ट का उल्लंघन है.
अब इस मामले को लेकर चारों तरफ से रिएक्शन आने शुरू हो चुके हैं. सरकार की तरफ से रिपोर्ट छापे जाने को ऑफिशयल सीक्रेट एक्ट के तहत बताने को लेकर ममता बनर्जी सहित कई जाने-माने लोगों के रिएक्शन आए हैं.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''मैं राहुल गांधी के झूठ की पूरी तरह निंदा करता हूं. वह भारतीय वायुसेना पर भरोसा नहीं करते, सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा नहीं करते, CAG पर भरोसा नहीं करते. क्या वह पाकिस्तान पर भरोसा करना चाहते हैं? वह अनजाने में या जानबूझकर राफेल के प्रतिद्वंद्वियों के हाथों में खेल रहे हैं.''
बीएसपी चीफ मायावती ने ट्विटर पर लिखा, ''मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक सनसनीखेज खुलासा किया कि राफेल फाइटर डील से जुड़े सीक्रेट दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी हो गए. काफी गैर-जिम्मेदाराना चौकीदारी. क्या देश की सुरक्षा और हित सुरक्षित हाथों में हैं?''
बीजेपी के नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने एन राम पर आरोप लगते हुए उन्हें कम्युनिस्ट बुद्धिजीवी बताया है. साथ ही उन्होंने एन राम पर राफेल मामले को लेकर हमला भी बोला है. उन्होंने कहा कि राम को किसी पुराने जमाने के हथियार से नहीं पालतू बनाया जा सकता है, बल्कि इसके लिए किसी भी ट्विटरबाज को उनके सभी प्वॉइंट्स का एक-एक कर जवाब देने की जरूरत है.
वरिष्ठ पत्रकार मृणाल पांडे ने राफेल मामले पर एन राम का समर्थन किया है. साथ ही उन्होंने सभी युवा पत्रकारों से अपील भी की है कि जो भी व्यक्ति प्रोफेशनल एथिक्स की इज्जत करता है वो उनके पक्ष में खड़े हों.
एनडीटीवी के को-फाउंडर और सीनियर जर्नलिस्ट प्रणय रॉय ने भी सरकार के इस मूव को धमकी बताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘सरकार की बिल्कुल शर्मनाक धमकी. एन राम सबसे बेहतरीन पत्रकारों में से एक हैं.’
सीनियर जर्नलिस्ट शेखर गुप्ता ने राफेल पर खबर छापे जाने के बाद द हिंदू पर ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के उल्लंघन के आरोप को डराने की कोशिश बताया. उन्होंने लिखा, सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में एन राम और द हिंदू के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट का इस्तेमाल कर डराया जा रहा है. उनसे राफेल पर की गई स्टोरी के लिए सोर्स बताने को कहा जा रहा है. सरकार को राफेल पर खड़े हो रहे सवालों का जवाब देना चाहिए.
पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने राफेल मामले में द हिंदू के चेयरमैन एन राम का साथ दिया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘मीडिया लोकतंत्र में एक अहम भूमिका अदा करता है. बीजेपी ने सीनियर एडिटर एन राम को डराने की जो कोशिश की है मैं उसका विरोध करती हूं. वो अपनी सहूलियत के हिसाब से प्रेस की आजादी और अधिकारों को नहीं छीन सकते हैं.’
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